बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने अपने हालिया विवादित बयान पर चुनाव आयोग को जवाब दिया है. आज दाखिल किए गए जवाब में उनका कहना है कि उनकी टिप्पणी में किसी धर्म को निशाना नहीं बनाया गया था. साक्षी महाराज के मुताबिक वो औरतों को बच्चे पैदा करने की मशीन नहीं मानते और कई हिंदू परिवारों में भी ज्यादा बच्चे होते हैं.
क्या था नोटिस में?
मंगलवार को चुनाव आयोग ने उन्हें आचार संहिता तोड़ने के आरोप में नोटिस भेजा था. उन्हें जवाब देने के लिए आज तक का वक्त दिया गया था.
नोटिस में मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के प्रावधानों का जिक्र करते हुए कहा गया था कि नेता जाति या संप्रदाय से जुड़ी भावनाएं नहीं भड़का सकते. आयोग ने जनप्रतिनिधि कानून, 1951 के अनुच्छेद 125 का भी हवाला दिया था जिसके तहत अलग-अलग समुदायों के बीच चुनावी फायदे के लिए वैमनस्य फैलाना अपराध करार है.
चुनाव आयोग ने कहा था साक्षी महाराज प्रथम दृष्टया सुप्रीम कोर्ट के उस हालिया फैसले के उल्लंघन के भी दोषी हैं जिसके मुताबिक जातिगत या सांप्रदायिक भावनाएं भड़काकर वोट नहीं मांगे जा सकते.
साक्षी महाराज के विवादित बोल
अपने बयानों के लिए अक्सर विवादों में रहने वाले साक्षी महाराज ने 6 जनवरी को मुस्लिम समुदाय पर इशारों में तंज कसा था. मेरठ में संत समागम में उनका कहना था कि देश में आबादी बढ़ाने के लिए 4 पत्नी और 40 बच्चे वाले जिम्मेदार हैं.
दर्ज हुई थी FIR
इस बयान पर कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने कड़ा ऐतराज जताते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद साक्षी महाराज पर FIR दर्ज हुई थी. उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी ने इस सिलसिले में रिपोर्ट भी तलब की थी. बीजेपी उनके बयान से पहले ही किनारा कर चुकी है.
संजय शर्मा