संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अबू धाबी के अमीरात पैलेस में एक किलो लड्डू खरीदने के लिए अपने रुपे कार्ड को स्वाइप किया. उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में मास्टरकार्ड या वीजा कार्ड के समकक्ष रुपे कार्ड लॉन्च किया. मध्य पूर्व में संयुक्त अरब अमीरात पहला ऐसा देश है, जहां रुपे कार्ड की शुरुआत की गई है.
संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत नवदीप सिंह सूरी ने अमीरात पैलेस में इस कार्ड के लॉन्च के दौरान घोषणा की है कि यूएई में अगले हफ्ते से 12 प्रमुख व्यवसायिक प्रतिष्ठानों या दुकानों में इसे स्वीकार किया जाने लगेगा. मोदी ने लॉन्च के दौरान अपने रुपे कार्ड का उपयोग कर यहां स्थापित एक मॉक छप्पन भोग अबू धाबी आउटलेट से लड्डू खरीदे. पीएम इन लड्डू को मंदिर के लिए प्रसाद के तौर पर बहरीन ले गए.
राजदूत सूरी ने कहा कि यूएई में तीन बैंक अमीरात एनबीडी, बैंक ऑफ बड़ौदा और फैब अगले हफ्ते से इसे जारी करना शुरू कर देंगे. व्यापारिक समुदाय ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि भारत और यूएई के व्यवसाय को साथ लाने में यह पहल एक लंबा रास्ता तय करेगी. संयुक्त अरब अमीरात में सालाना करीब 30 लाख भारतीय पर्यटक आते हैं. यूएई में रुपे कार्ड की स्वीकृति से शुल्क कम होगा, क्योंकि पर्यटकों को मुद्रा विनिमय दर पर बचत होगी.
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) मरक्यूरी पेमेंट सर्विसेज (यूएई की डॉमेस्टिक स्कीम) के साथ मिलकर रुपे कार्ड को 175,000 व्यवसायिक स्थलों और 5,000 एटीएम और यूएई में कैश आदान-प्रदान करने वाले जगहों में इसे स्वीकार्य बनाया है.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि देश में रुपे कार्ड नेटवर्क का संचालन करने वाली एनपीसीआई के जरिए रुपे ग्लोबल कार्ड जारी किया जाएगा, जो भारत के बाहर उपयोग किए जाने पर डिस्कवर नेटवर्क पर कार्यरत होगा. डिस्कवर की साझेदारी के साथ रुपे ग्लोबल कार्ड की स्वीकृति 190 देशों के 4.4 करोड़ व्यापारियों और 20 लाख एटीएम और कैश आदान-प्रदान करने वाली जगहों में पहुंच गई है और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है.
(आईएएनएस)
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