एनआईए की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि जुलाई में ढाका के गुलशन कैफे में हुए हमले में भारत में बनाए गईं राइफलें इस्तेमाल हुए थीं. कोलकाता एसटीएफ की कार्रवाई में गिरफ्तार हुए आतंकी ने एनआईए को यह बताया है. यह भी सामने आया है कि राइफल तैयार करने में पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने मदद की थी.
कोलकाता एसटीएफ ने हमले से जुड़े मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया था. ढाका हमले में 20 विदेशी नागरिकों की मौत हो गई थी, जिसमें एक भारतीय भी शामिल थी. गिरफ्तार आतंकी के मुताबिक, पाकिस्तान में बंदूक बनाने वाले ने मुंगेर के बंदूक बनाने वाले को राइफल बनाने की ट्रेनिंग दी थी. बॉर्डर पर मौजूद इलाके में एके-22 राइफल बनाए गए थे. इसके बाद स्मग्लिंग के जरिए इन हथियारों को ढाका पहुंचाया गया.
गला काटकर मारा गया था लोगों को
ढाका में एक कैफे में हथियार बंद हमलावरों ने 20 बंधकों की हत्या कर दी थी. सशस्त्र बलों के नेतृत्व में साझा अभियान शुरू होने से पहले ही आतंकवादियों ने लोगों को मार दिया था. जिन लोगों को मौत के घाट उतारा गया उनमें से ज्यादातर का गला काटा गया था. मारे गए सभी 20 बंधक विदेशी नागरिक थे, जिनमें ज्यादा जापानी या इतालवी हैं. मरने वालों में एक भारतीय लड़की भी शामिल है.
अभिषेक आनंद