प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में बढ़ रही कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या और अलग-अलग राज्यों की सरकारों की ओर से लगाए गए लॉकडाउन के बीच देश को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली और अन्य देशों का जिक्र करते हुए हालात की भयावहता बयान की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्तमान हालात को देखते हुए 21 दिन लॉकडाउन की घोषणा की और कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार की तैयारियों पर भी चर्चा की. प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना का सर्कल तोड़ने के लिए यह काफी अहम है. उन्होंने घर में रहने की अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं पहली प्राथमिकता है.
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उन्होंने कहा कि अस्पतालों में वेंटिलेटर और अन्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने राज्य सरकारों से भी कहा है कि स्वास्थ्य सेवाएं पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा कि एहतियात ही बचाव का बेहतर उपाय है.
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प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस के फैलने की रफ्तार की भी चर्चा की और कहा कि यह वक्त संयम और संकल्प का है. उन्होंने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जिक्र करते हुए कहा कि प्रत्येक देशवासी ने पूरी जिम्मेदारी के साथ उसका निर्वहन किया. जनता कर्फ्यू को हर देशवासी ने सफल बनाया. उन्होंने कहा कि आज भारत उस स्टेज पर है, जहां हर कदम भविष्य तय करेंगे. यह समय कदम-कदम पर अपने संकल्प को मजबूत करने का है.
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