तीन तलाक से महिलाओं को हो रहा नुकसान: वेंकैया नायडू

नायडू ने कहा कि चर्चा के बाद भारत सरकार ने यह मत दिया है कि तीन तलाक महिलाओं के हित में नहीं है. इसे खत्म होना चाहिए. नायडू का यह बयान इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्यों समेत कई मुस्लिम संगठन और नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि शरिया कानून बदला नहीं जा सकता.

Advertisement
वेंकैया नायडू वेंकैया नायडू

प्रियंका झा

  • नई दिल्ली,
  • 18 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 3:55 PM IST

देशभर में तीन तलाक के मुद्दे पर चल रही बहस के बीच केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि यह प्रथा बंद होनी चाहिए क्योंकि यह महिलाओं को नुकसान पहुंचा रही है. शहरी विकास मंत्री ने कहा कि विधि आयोग और सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक की प्रथा पर जनता से राय मांगी है और चर्चा कराने की बात कही है.

Advertisement

नायडू ने कहा कि चर्चा के बाद भारत सरकार ने यह मत दिया है कि तीन तलाक महिलाओं के हित में नहीं है. इसे खत्म होना चाहिए. नायडू का यह बयान इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्यों समेत कई मुस्लिम संगठन और नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि शरिया कानून बदला नहीं जा सकता. केंद्र सरकार को तीन तलाक के मुद्दे पर जनमत संग्रह कराने की सलाह देते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जफरयाब जिलानी ने हाल ही में दावा किया था कि 90 प्रतिशत मुस्लिम महिलाएं शरिया कानून का समर्थन करती हैं.

बीती सात अक्टूबर को केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिमों में जारी तीन तलाक , निकाह हलाला और बहुविवाह प्रथाओं का विरोध किया था और लैंगिक समानता एवं धर्मनिरपेक्षता के आधार पर इनपर दोबारा गौर करने की वकालत की थी. कानून एवं न्याय मंत्रालय ने अपने हलफनामे में लैंगिक समानता, धर्मनिरपेक्षता, अंतरराष्ट्रीय नियमों, धार्मिक प्रथाओं और विभिन्न इस्लामी देशों में मार्शल लॉ का जिक्र करते हुए कहा कि शीर्ष अदालत को तीन तलाक और बहुविवाह के मुद्दे पर नए सिरे से निर्णय देना चाहिए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement