डिफेंस प्रोजेक्ट की रुकावटें दूर करने में जुटा PMO, 'मेक इन इंडिया' की करेगा समीक्षा

मेक इन इंडिया के तहत डिफेन्स प्रोजेक्ट्स में सरकारी और प्राइवेट स्टेकहोल्डर्स के कामों की समीक्षा पीएमओ करेगी. सरकार यह कदम इसीलिए उठा रही है ताकि लम्बे समय से रुके हुए प्रोजेक्ट्स को गति मिल सके.

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प्रतीकात्मक फोटो. प्रतीकात्मक फोटो.

आदित्य बिड़वई

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  • 24 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 3:50 PM IST

नरेंद्र मोदी सरकार तीन साल बाद मेक इन इंडिया के तहत रक्षा क्षेत्र में हुए काम की समीक्षा करने जा रही है. सूत्रों की मानें तो पीएमओ रक्षा मंत्रालय से जुड़े पनडुब्बी, लड़ाकू विमानों और हल्के लड़ाकू वाहनों के प्रोजेक्ट्स के लिए समीक्षा करने की प्लानिंग भी कर चुका है.

सूत्रों ने मेल टुडे को बताया कि, "मेक इन इंडिया के तहत डिफेन्स प्रोजेक्ट्स में सरकारी और प्राइवेट स्टेकहोल्डर्स के कामों की समीक्षा पीएमओ करेगा. सरकार यह कदम इसलिए उठा रही है ताकि लंबे समय से रुके हुए प्रोजेक्ट्स को गति मिल सके."

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बताया जा रहा है कि मेक इन इंडिया के कई बड़े प्रोजेक्ट्स किसी न किसी कारणों से रुके हुए हैं. सरकार चाहती है कि ये प्रोजेक्ट्स जल्द से जल्द पूरे हो इसीलिए पीएमओ ने फैसला किया है कि समीक्षा के जरिये रुकावटों को दूर किया जाएगा.

पीएमओ समीक्षा बैठक जल्द करने वाला है, जिसमें भारतीय सेना को मिलने वाले हथियारबंद लड़ाकू वाहनों पर फोकस किया जाएगा. इसके अलावा स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप पॉलिसी को लेकर भी चर्चा की जाएगी. मालूम हो कि स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप पॉलिसी के तहत रक्षा मंत्रालय पनडुब्बी, हेलिकॉप्टर, लड़ाकू विमान, टैंक आदि को भारत में बनाने पर बढ़ावा दे रहा है.

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