गुस्सा आता है तो कैसे निकालते हैं मोदी? अक्षय के सवाल पर PM ने दिया ये जवाब

अक्षय कुमार से साथ इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ईश्वर ने आपको हर किसी को सब कुछ दिया है, और यह आपको तय करना है कि उनमें से अच्छी चीजों को बल देते आगे कैसे बढ़ना है. इन चीजों से जो नकारात्मकता आती हैं वो आपको रोकती हैं.

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अक्षय कुमार के साथ पीएम नरेंद्र मोदी ने गुस्सा आने पर दिया जवाब (फोटो-ट्विटर) अक्षय कुमार के साथ पीएम नरेंद्र मोदी ने गुस्सा आने पर दिया जवाब (फोटो-ट्विटर)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 12:19 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार के साथ इंटरव्यू में बताया कि अगर मैं कहूं कि मुझे गुस्सा नहीं आता तो लोगों को आश्चर्य होगा. यह कहना कि राजी, नाराजगी, गुस्सा यह मनुष्य के स्वभाव के हिस्से हैं. यह इंसान पर निर्भर करता है कि इसके साथ कैसे नियंत्रण रखते हैं. मुझे चपरासी से लेकर मुख्य सचिव तक किसी पर भी गुस्सा व्यक्त करने का मौका नहीं मिला.

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अक्षय कुमार से साथ इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ईश्वर ने आपको हर किसी को सब कुछ दिया है, और यह आपको तय करना है कि उनमें से अच्छी चीजों को बल देते आगे कैसे बढ़ना है. इन चीजों से जो नकारात्मकता आती हैं वो आपको रोकती हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा, प्रधानमंत्री भी रहा. लेकिन इस दौरान मुझे किसी पर गुस्सा व्यक्त करने का मौका नहीं मिला. चपरासी से लेकर प्रिंसिपल सेक्रेटरी तक मुझे गुस्सा व्यक्त करने का मौका नहीं आया. मैं सख्त हूं लेकिन मैं किसी नीचा दिखाकर किसी को परेशान कर काम नहीं करता.'

गुस्सा आने की बात पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हो सकता है कि गुस्सा अंदर होता हो, लेकिन मैं अंदर से बाहर आने से रोकने की कोशिश करता हूं. अगर आपने किसी बैठक में गुस्सा कर दिया तो बैठक में मुख्य मुद्दा छूट जाता है और वही चीज हर ओर छाई रहती है.

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उन्होंने कहा, 'मैं सख्त हूं, अनुशासित हूं, लेकिन कभी किसी को नीचा दिखाने का काम नहीं करता. अक्सर कोशिश करता हूं कि किसी काम को कहा तो उसमें खुद इन्वॉल्व हो जाऊं. सीखता हूं और सिखाता भी हूं और टीम बनाता चला जाता हूं.'

गुस्सा आने के अलावा प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि बचपन में मेरा स्वाभाव था किताबें पढ़ना, बड़े बड़े लोगों का जीवन पढ़ता था. कभी फौज वाले निकलते थे तो बच्चों की तरह खड़ा होकर उन्हें सैल्यूट करता था. कभी मेरे मन में प्रधानमंत्री बनने का विचार नहीं आया और सामान्य लोगों के मन में ये विचार आता भी नहीं हैं और मेरा जो फैमिली बैकग्राउंड हैं उसमें मुझे कोई छोटी नौकरी मिल जाती तो मेरी मां उसी में पूरे गायों को गुड़ खिला देती.

आम खाने के सवाल पर मोदी ने कहा, 'मैं आम खाता हूं और मुझे आम पसंद भी है. वैसे जब मैं छोटा था तो हमारे परिवार की स्थिति ऐसी नहीं थी कि खरीद कर खा सकें, लेकिन हम खेतों में चले जाते थे और वहां पेड़ के पके आम खाते थे.'

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