शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ के मामले पर संसद के बाहर जहां राजनीतिक बयानबाज़ी ज़ोरों पर रही, वहीं संसद के गलियारों में भी गायकवाड़ को लेकर यह चर्चा जोरों पर थी कि क्या यह मामला ऐसा है जिस पर संसद की एथिक्स समिति विचार करे.
दरअसल गायकवाड़ के मीडिया के सामने यह हामी भरने के बाद कि उन्होंने एअर इंडिया के अधिकारी की चप्पल मारकर पिटाई की, एअर इंडिया ने लोकसभा स्पीकर के खिलाफ चिट्ठी लिखकर कार्रवाई की मांग की है. इसके जवाब में शुक्रवार को गायकवाड़ ने भी लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को चिट्ठी लिखी और कहा कि एअर इंडिया में ख़राब सेवा को सुधारा जाए और स्टाफ को बेहतर आचरण की सीख दी जाए.
इन चिठ्ठियों के सामने आने के बाद संसद के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि यह मामला संसद परिसर से बाहर का है, इसलिए बाकायदा एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस जांच के दायरे में है. इसलिए संसद में इस पर कार्रवाई होने की गुंजाइश नहीं है. अगर शिवसेना सांसद के खिलाफ कोई सांसद किसी कार्रवाई की मांग या शिकायत करता तो यह जांच के दायरे में आ सकता था.
वैसे संसद के बाहर भले ही इस मुद्दे पर हंगामा बरपा हो, लेकिन सांसद महोदय ने अपना सारा समय संसद में शिव सेना दफ्तर में बैठकर रणनीति बनाने में बिताया. सुर भले ही नहीं बदले, लेकिन तेवर ज़रूर हल्के दिखे.
रीमा पाराशर