नोटबंदी पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की रिपोर्ट पर सरकार के निर्णय पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला का कहना है कि नोटबंदी से फायदा ये है जो पैसे लोगों की तिजोरी में बंद थे, वो बैंकों में आए. बैंकों के आधार पर वो राष्ट्र की अर्थव्यवस्था के साथ जुड़े हैं.
उन्होंने कहा, 'उस समय बाहर से पैसे आ रहे थे, नकली नोट भी आ रहे थे. वो सब देखते हुए भारत सरकार ने निर्णय लिया था. हमने कभी भी इससे इनकार नहीं किया कि पैसे नहीं आ रहे हैं. प्रधानमंत्री ने यह नहीं कहा था कि कालेधन के नाते कर रहे हैं. उन्होंने साफ-साफ कहा था कि ये देश की अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए किया है.
विपक्ष के आरोपों पर शिव प्रताप शुक्ला का कहना है कि जो पैसे लोगों की तिजोरी में रखे हुए थे और भी जगह थे, वो अब भारत सरकार बैंकों में आकर भारत की अर्थव्यवस्था से जुड़ गए हैं. भारत की अर्थव्यवस्था भी बढ़ रही है. पीएम मोदी ने नोटबंदी देश और राष्ट्र के हित के लिए की, इससे फायदा हुआ है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि नोटबंदी के दौरान बंद हुए लगभग सभी पुराने नोट वापस आ चुके हैं. आरबीआई ने अपनी एनुअल जनरल रिपोर्ट कहा कि कुल 99.30 फीसदी 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट वापस आ चुके हैं. RBI एनुअल रिपोर्ट में बताया गया है, ''स्पेसिफाइड बैंक नोट्स (SBNs) की प्रोसेसिंग का काम आरबीआई के सभी केंद्रो में पूरा हो चुका है. सर्कुलेशन से कुल 15,310.73 अरब रुपये की वैल्यू वाले पुराने नोट वापस आए हैं.''
बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा की गई नोटबंदी पूरी तरह से फेल रही है. चिदंबरम ने एनडीए सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि नोटबंदी के मामले में सरकार अपना लक्ष्य हर दिन बदलती रहती है.
मोनिका गुप्ता / अशोक सिंघल