निर्भया गैंगरेप (Nirbhaya case) के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी पर लटकाया जाएगा. दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने मेरठ के जल्लाद को बुलाया है. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार से इजाजत मांगी गई थी जिसके बाद योगी सरकार ने इजाजत दे दी है. अब दोषियों को मेरठ का जल्लाद फांसी पर लटकाएगा.
इसकी पुष्टि दिल्ली जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने आईएएनएस से मंगलवार रात बातचीत के दौरान की. संदीप गोयल के मुताबिक, "हम लोग जल्लाद को लेकर यूपी जेल प्रशासन के लगातार संपर्क में हैं. इस बारे में यूपी के जेल महानिदेशक आनंद कुमार से बात हुई. उन्होंने मेरठ में मौजूद जल्लाद तिहाड़ जेल भेजे जाने की सहमति दी है."
जल्लाद की जरूरत फिलहाल फांसी वाले दिन से कितने वक्त पहले पड़ेगी? पूछे जाने पर दिल्ली जेल महानिदेशक ने कहा, "यह सब एक लंबी प्रक्रिया है. हां, जिस जगह से यूपी जेल डिपार्टमेंट जल्लाद भेजेगा वो दिल्ली से कोई ज्यादा दूर नहीं है. जरूरत के हिसाब से सही वक्त आने पर उसे उचित माध्यम से बुला लिया जाएगा."
संभावित जल्लाद पवन ने मंगलवार को आईएएनएस से फोन पर हुई विशेष बातचीत के दौरान बताया, "मैं फिलहाल सहारनपुर में हूं. निर्भया के हत्यारों को फांसी लगाने के लिए तैयार रहने को पहले कहा गया था. जैसे ही मुझे सरकारी तौर पर मेरठ जेल से बुलावा आएगा मैं दिल्ली (तिहाड़ जेल) पहुंच जाऊंगा."
पवन के मुताबिक, "मैं तो बहुत पहले से कह रहा था कि निर्भया को हत्यारों को जल्दी फांसी लगाओ-चढ़ाओ, ताकि कोई और ऐसी हरकत करने की न सोच सके. अगर और पहले सरकार ने निर्भया के हत्यारों को लटका दिया होता तो हैदराबाद में महिला डॉक्टर क्रूर मौत के मुंह में असमय ही जाने से बच जाती."
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