आतंक के अड्डों पर NIA का हल्लाबोल, अब लुधियाना से जुड़े ISIS मॉड्यूल के तार

ISIS Module आईएसआईएस मॉड्यूल को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी लगातार रेड मार रही है. इसी कड़ी में जांच टीम ने जालंधर से लेकर मेरठ और अमरोहा में छापेमारी की है. एनआईए पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ के आधार पर पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने के प्रयास कर रही है.

Advertisement
NIA (फोटो-इंडिया टुडे आर्काइव) NIA (फोटो-इंडिया टुडे आर्काइव)

जितेंद्र बहादुर सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 18 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 5:03 PM IST

आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) के नए मॉड्यूल पर बड़ा खुलासा हुआ है. इस मॉड्यूल में शामिल संदिग्ध आतंकी नया मॉड्यूल बनाने के लिए लुधियाना के एक मौलवी के संपर्क में थे. आजतक को एनआईए सूत्रों ने जानकारी दी है कि लुधियाना के मेहरबान गांव की मस्जिद का मौलवी ओवेश पाशा ISIS के दिल्ली और अमरोहा मॉड्यूल के संपर्क में था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक NIA की गिरफ्त में आया साकिब लुधियाना के मौलवी से मिलता था. ये मौलवी हरकत-उल हर्ब-ए इस्लाम की तर्ज पर ISIS का एक और मॉड्यूल बनाना चाहता था.

Advertisement

दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पकड़े गए आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े संदिग्धों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि लुधियाना के इस मौलवी का संपर्क उत्तर प्रदेश के अमरोहा में स्थित मस्जिद से था. पिछले 7 महीने पहले ही यह मौलवी लुधियाना आया था और यहां रहकर ISIS के आरोपी साकिब से संपर्क में था. सूत्रों ने आजतक को जानकारी दी है कि साकिब जम्मू कश्मीर के त्राल में स्थित मदरसे के मौलवी से संपर्क में था. यहां से वह हथियारों को लाना चाहता था.

सूत्रों के मुताबिक साकिब से संपर्क मोहम्मद पाशा ने भी किया था. इसी बात को लेकर के एनआईए ने उत्तर प्रदेश के अमरोहा, हापुड़ और पंजाब के लुधियाना सहित 7 जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई की. छापेमारी के बाद कई संदिग्धों को एनआईए ने हिरासत में ले रखा है और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है.

Advertisement

आपको बता दें कि आईएसआईएस का मॉड्यूल कश्मीर में आतंकियों की मदद से हथियारों का इंतजाम करने की कोशिश में था. साकिब ने त्राल में जिस मुफ्ती से मुलाकात की थी, उससे लुधियाना का मौलवी भी मिलना चाहता था. यही नहीं, साकिब और पाशा जम्मू कश्मीर के एक आतंकी  कमांडर से मिलना चाहते थे. आईएसआईएस के इस मॉड्यूल की जांच कर रहे एक अधिकारी के मुताबिक इस मॉड्यूल का मुख्य मास्टरमाइंड मुफ्ती सोहेल कश्मीर से हथियार मंगा कर नए साल में बड़ी वारदात को अंजाम देने की कोशिश में लगा हुआ था. हालांकि एनआईए ने इस पूरे ग्रुप की गतिविधियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है लेकिन अभी भी मुफ्ती सोहेल और उसके साथी कई ऐसे राज खोल रहे हैं जिससे यह पता चल रहा है कि ISIS का यह ग्रुप आने वाले दिनों में कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने की फिराक में था.

इस ग्रुप का संपर्क सिर्फ उत्तर प्रदेश के अमरोहा और दिल्ली तक ही सीमित नहीं था बल्कि इस उत्तर प्रदेश के कई अन्य इलाकों समेत पंजाब और जम्मू कश्मीर तक फैला हुआ था. एनआईए लगातार आरोपियों के इंटेरोगेशन के बाद इससे जुड़े हुए दूसरे आरोपियों के राज खंगालने में जुटी हुई है.

मुफ्ती सोहेल अमरोहा को हथियारों की सप्लाई का भी मुख्य गढ़ बनाना चाहता था जिससे जब भी हथियारों की जरूरत हो सभी को उसकी सप्लाई बड़े आराम से की जा सके. मुफ्ती सोहेल के कहने पर दूसरे आरोपी अनस ने टेलीग्राम ग्रुप बनाया था. अनस हर रोज एक नया टेलीग्राम ग्रुप बनाया करता था और रात में उसे डिलीट कर दिया करता था, जिससे सुरक्षा एजेंसियों को उन पर शक न हो. यही नही ये सभी एक ही तरीके के मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल करते थे और बात हो जाने के बाद अपने फोन की बैटरी निकाल दिया करते थे. उनका ये मानना था कि ऐसा करके वो जांच एजेंसियों से बच सकते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement