नाबालिग से रेप के आरोपी ने कोर्ट की छठी मंजिल से कूदकर की आत्महत्या

रेप के आरोपी विकास पवार ने ढिंढोसी में कोर्ट बिल्डिंग की छठी फ्लोर से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. वह पोवई पुलिस स्टेशन में पोक्सो एक्ट के तहत आरोपी था. आरोपी पुलिस के रक्षा घेरे से भागकर निकला और कोर्ट के छठे फ्लोर से कूद गया.

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प्रतीकात्मक चित्र प्रतीकात्मक चित्र

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 जून 2019,
  • अपडेटेड 8:38 PM IST

दुष्कर्म के एक मामले में आरोपी ने शनिवार को पेशी के दौरान आत्महत्या कर ली. उसने अदालत की छठी मंजिल से छलांग लगाकर अपनी जान दे दी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया.  घटना महाराष्ट्र के ढिंढ़ोसी की है.

जानकारी के अनुसार विकास पवार एक नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आरोपी था. शनिवार को मामले की सुनवाई थी. सुनवाई के दौरान वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर सुरक्षा घेरे से भाग निकला. पुलिसकर्मियों ने भी पीछा किया, लेकिन जब तक पुलिसकर्मी उसके पास पहुंच पाते, विकास ने कोर्ट की छठी फ्लोर से छलांग लगा दी. पुलिसकर्मी नीचे पहुंचे और उसे आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. विकास के खिलाफ दुष्कर्म के साथ ही पॉक्सो एक्ट के तहत पवई थाने में मुकदमा दर्ज था.

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पेशी के दौरान आरोपियों के फरार होने की घटनाएं अक्सर सामने आती रही हैं. पुलिस महकमे की ओर से सुरक्षाकर्मियों को जिम्मेदार मानकर उनके खिलाफ कार्रवाई भी करता रहा है. पेशी के दौरान चाक-चौबंद व्यवस्था के दावों की इस घटना से भी कलई खुल गई है. आरोपी पुलिस के सुरक्षा घेरे से कैसे भाग निकला यह पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल है.

पहले भी आरोपी ने की है आत्महत्या

पहले भी आरोपियों ने आत्महत्या की है. देश को झकझोर देने वाले साल 2012 के निर्भया कांड में आरोपी राम सिंह ने भी जेल की बैरक में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. तिहाड़ जेल में बंद राम सिंह का शव सेल में फंदे से लटकता पाया गया था.

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