प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बसपा सुप्रीमो मायावती के हमलों का जवाब देते हुए बीजेपी ने उल्टा मायावती की जाति विशेष की राजनीति पर ही सवाल उठा दिया. बसपा सुप्रीमो पर पलटवार करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मायावती सिर्फ दलितों के नाम पर दलित वोट बटोरने का ही काम करती है, जबकि उन्हें दलितों से कोई लेना-देना नहीं है.
बीजेपी ने इस मौके पर समाजवादी पार्टी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि सपा और बसपा दोनों के बीच सांठ-गांठ चल रही है. इन दोनों दलों को बीजेपी ने विकास विरोधी, गरीब दलित और किसान विरोधी बताया है. जबकि उनके उलट केंद्र सरकार किसान गरीब दलित के हित के कार्य में लगी है जिसकी वजह से ही दोनों पार्टियां परेशान है इसलिए ये बीजेपी पर झूठे आरोप लगाती है.
मायावती ने रविवार को आगरा से बहुजन समाजवादी पार्टी के चुनावी कैंपेन की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने मोदी पर हमले किए और किए वादों को पूरा न करने का आरोप लगाए. इस पर बीजेपी ने मायावती के भाषण में लगे आरोपों को झूठा बताया है. बीजेपी का कहना है कि दलितों के नाम पर राजनीति करके टिकटों को बेचना और धन की उगाही करना ही ऐसे लोगों का धंधा बन चुका है. श्रीकांत शर्मा का कहना है कि बसपा और सपा के शासन के दौरान यूपी में अपराध का बोलबाला रहा.
'सपा-बसपा में है मिलीभगत'
बीजेपी का कहना है कि समाजवादी पार्टी के शासन के दौरान दलितों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं मगर मायावती उस पर कुछ नहीं बोलतीं. इससे साफ है कि दोनों में सांठ-गांठ है. इसका हिसाब दोनों पार्टियों को
2017 के विधानसभा चुनाव में देना होगा.
अशोक सिंघल / रोहित गुप्ता