कुमारस्वामी के साथ मायावती, बोलीं- फ्लोर टेस्ट में समर्थन दें BSP विधायक

कर्नाटक में सियासी संकट के बीच बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अपने इकलौते विधायक से कहा कि वह फ्लोर टेस्ट के दौरान कांग्रेस-जनता दल गठबंधन को ही समर्थन दें. सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग होने की उम्मीद है. राज्य में 16 विधायकों के इस्तीफे के बाद एचडी कुमारस्वामी सरकार के गिरने का खतरा पैदा हो गया है.

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बसपा सुप्रीमो मायावती बसपा सुप्रीमो मायावती

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 12:06 AM IST

कर्नाटक में सियासी संकट के बीच बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अपने इकलौते विधायक से कहा कि वह फ्लोर टेस्ट के दौरान कांग्रेस-जनता दल गठबंधन को ही समर्थन दें. सोमवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग होने की उम्मीद है.

राज्य में 16 विधायकों के इस्तीफे के बाद एचडी कुमारस्वामी सरकार के गिरने का खतरा पैदा हो गया है. मायावती के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस बारे में ट्वीट भी किया. ट्वीट में कहा गया कि बसपा चीफ मायावती ने कर्नाटक में अपने विधायक को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की सरकार के समर्थन में वोट देने का निर्देश दिया है. मायावती के हैंडल से यह ट्वीट बसपा विधायक एन महेश के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें हाई कमान ने फ्लोर टेस्ट में जाने से मना किया है.

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अपने बयान में एन महेश ने कहा था, 'मुझे निजी काम था इसलिए मैं सत्र में नहीं गया. हाई कमान ने मुझे विश्वास मत से दूर रहने को कहा था. इसलिए मैं सोमवार और मंगलवार को सत्र में नहीं जाऊंगा और अपने क्षेत्र में रहूंगा.' बहुजन समाज पार्टी ने पिछले साल विधानसभा चुनाव में जेडीएस के साथ चुनाव लड़ा था. कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार को शुक्रवार को दो दिन की राहत मिल गई थी.

राज्यपाल वजुभाई वाला के फ्लोर टेस्ट के निर्देश के बावजूद विधानसभा स्थगित कर दी गई. 16 विधायकों के इस्तीफे के बाद गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई. गठबंधन सरकार का कहना है कि गवर्नर वजुभाई वाला बहुमत परीक्षण का आदेश नहीं दे सकते क्योंकि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से उस आदेश पर स्पष्टीकरण मांगा है, जिसमें बागी विधायकों को पार्टी व्हिप के बावजूद सदन में मौजूद न रहने की इजाजत दी थी. जिन 16 विधायकों ने इस्तीफा दिया है, उसमें से 13 कांग्रेस के और 3 जेडीएस के हैं. इसके अलावा दो विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है. कांग्रेस के एक बागी विधायक रामलिंगा रेड्डी ने इस्तीफा वापस देने का फैसला किया है.   

राज्य की 224 सदस्ययी विधानसभा में सत्ताधारी गठबंधन के 118 सदस्य हैं. 15 विधायकों, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, उनका इस्तीफा मंजूर हो जाता है तो सरकार के पास सिर्फ 101 विधायक बचेंगे. दो निर्दलीयों के समर्थन के साथ विपक्षी बीजेपी के 107 विधायक हो जाएंगे, जो बहुमत के आंकड़े 105 से 2 ज्यादा है.

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