बिहार: माओवादियों ने 20 लाख की रंगदारी मांगी, ब्लॉक ऑफ‍िस को उड़ाने की धमकी

ब‍िहार में रंगदारी की धमकी के श‍िकार धर्मेन्द्र सिंह की पत्नी ममता सिंह ने अपने पूरे परिवार की सलामती व सुरक्षा के लिए हाथ जोड़कर बिहार सरकार से गुहार लगाई है. उदवंतनगर ब्लाॅक के बीडीओ धर्मेन्द्र सिंह को डाक द्वारा एक पत्र मिला जिसमें धमकी दी गई है कि 20 लाख रुपए रंगदारी के रूप में दो, नहीं तो पूरे ब्लॉक को हैंड ग्रेनेड से उड़ा द‍िया जायेगा.

Advertisement
भोजपुर जिले का उदवंतनगर ब्लाक ( Photo: aajtak) भोजपुर जिले का उदवंतनगर ब्लाक ( Photo: aajtak)

सुजीत झा / श्याम सुंदर गोयल

  • नई द‍िल्ली,
  • 28 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 7:33 PM IST

माओवादियों ने ब‍िहार के उदवंतनगर के बीडीओ से 20 लाख की रंगदारी मांगी हैं. भोजपुर जिले के उदवंतनगर ब्लाक के बीडीओ धर्मेन्द्र सिंह को डाक द्वारा एक पत्र मिला जिसमें धमकी दी गई है कि 20 लाख रुपए लेवी के रूप में दो, नहीं तो पूरे ब्लॉक को हैंड ग्रेनेड से उड़ा द‍िया जायेगा. ये मांग भाकपा माओवादी संगठन के झारखंड कार्यालय से की गई हैं. पुलिस इस मामले में कुछ नहीं बोल रही है.

Advertisement

पुलिस के नाक के नीचे अपराधी तो तांडव मचाते ही थे, अब माओवादी भी रंगदारी के लिए धमकी भरा खत भेज कर दहशत फैला रहे हैं. धर्मेन्द्र सिंह ने माओवादियों की रंगदारी मांगने की सूचना जिले के जिलाधिकारी एसपी व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भेजकर सुरक्षा की मांग की है. धमकी भरा खत मिलने के बाद बीडीओ और उनका पूरा परिवार दहशत के माहौल में जीने को मजबूर हो गए हैं.

परिवार की सलामती व सुरक्षा के लिए हाथ जोड़कर बिहार सरकार से गुहार

धर्मेन्द्र सिंह की पत्नी ममता सिंह ने अपने पूरे परिवार की सलामती व सुरक्षा के लिए हाथ जोड़कर बिहार सरकार से गुहार लगाई है. जबकि इस मामले में उदवंतनगर प्रखंड विकास पदाधिकारी धर्मेन्द्र सिंह से पूरे प्रकरण के बारे में जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने  सुरक्षा का हवाला देते हुए कैमरे पर बोलने से साफ मना कर दिया.

Advertisement

सभी कर्मचारी इस खत के बाद से ही दहशत में

माओवादियों द्वारा डाक के जरिए भेजे गए पत्र में उदवंतनगर प्रखंड कार्यालय को ग्रेनेड से उड़ाने की धमकी व इसकी शिकायत के 20 घंटे बीत जाने पर भी सुरक्षा के मद्देनजर व्यवस्था जीरो है. ममता सिंह ने कहा है  कि सुरक्षा के नाम पर होमगार्ड के वैसे जवान दिए गए हैं जो शारीरिक रूप से असमर्थ है. मेरे पति ही नहीं बल्कि प्रखंड कार्यालय के सभी कर्मचारी इस खत के बाद से ही दहशत में है. कोई भी कर्मचारी कार्यालय आने को तैयार नहीं है क्योंकि उन्होंने सीधे कार्यालय को ही उड़ाने की बात चिट्ठी में की है.

पत्र में लेवी की रकम को झारखंड के गिरिडीह भाकपा माओवादी संगठन के आवास पर पहुंचाने को कहा गया है. माओवादियों ने पत्र में यहां तक लिखा है कि इसमें झारखंड पुलिस भी कुछ नहीं कर सकती है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement