ममता बनर्जी ने इंडिया टुडे के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कई मुद्दों पर बेवाक बयान दिया है. उन्होंने बीजेपी पर जुबानी हमला बोला है. ममता ने कहा कि भाजपा बंगाल में सांप्रदायिक तनाव फैला रही है. इसके लिए वह अपनी सोशल मीडिया टीम का इस्तेमाल कर रही है. ममता बनर्जी ने अमित शाह पर भी हमला बोला है.
बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे यह कहते हुए खेद है लेकिन यह सच्चाई है कि नेशनल मीडिया भाजपा जो भी कहती है उसे ऐसे प्रसारित करता है जैसे वह उसका प्रवक्ता हो. भाजपा हिन्दू मुस्लिम में भेद करती है. क्या आप मरीजों को हिन्दू मुस्लिम में बांट सकते हैं. अगर ऐसा करेंगे तो डॉक्टर, सेना, दमकल और पुलिस जैसी कोई भी सेवा नहीं बचेगी. हम भारत वासियों को एक होकर काम करना चाहिए.
ममता ने आगे कहा कि अगर कोई घटना घटती है तो पुलिस सभी दोषियों को गिरफ्तार करती है. डॉक्टर के प्रदर्शन वाली घटना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि घटना स्थल पर मैंने अपने मंत्रियों को भेजा. उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर को भी घटना स्थल पर भेजा था. वह वहां तीन-चार घंटे तक बातचीत करते रहे. प्रधान सचिव को भी अस्पताल में भेजा. वे मरीज के परिवार के घर भी गए. मरीज के परिवार खुश हुए क्योंकि हमने उनकी देखभाल की. अब मरीज की हालत ठीक है. जो भी हुआ वह निंदनीय है.
उन्होंने कहा कि जब मरीज की मौत होती है तो हमेशा परिजन हंगामा करते हैं. 99 फीसदी मामले में हम सब कंट्रोल कर लेते हैं लेकिन एक फीसदी मामला नियंत्रण के बाहर हो जाता है. अस्पतालों में पूरे प्रदेश से लाखों की संख्या में मरीज आते हैं. सभी का इलाज होता है. लेकिन यह नहीं बताया जा रहा है. भाजपा धार्मिक तनाव फैला रही है. वह चाहती है कि डॉक्टर मुस्लिम मरीजों को नहीं देखें. वह चाहती है कि डॉक्टर केवल भाजपा समर्थकों का इलाज करें.
अमित शाह पर बोला जुबानी हमला
ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा वाले बौखला गए हैं. क्या जनता ने उन्हें पक्षपात करने के लिए वोट दिया है. पुलवामा हमले के दौरान कई लोगों की मौत हो गई. क्या सेना वहां मदद के लिए गई थी. उन्होंने कई पुलिस अधिकारियों पर भी हमला किया है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय और अमित शाह अपने कार्यकर्ताओं को सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए उकसा रहे हैं.
वह इसके लिए फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने बड़ी टीम बनाई है. इस पर चुनाव के दौरान 27000 करोड़ खर्च किया गया है. उन्होंने कहा कि अगर जूनियर डॉक्टर का बड़ा यूनियन है तो क्या वे जनता से जीत जाएंगे. अगर जनता गुस्से में आ गई तो क्या होगा. इसलिए हमने उन्हें कुछ घंटों का समय दिया है. इसके बाद उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कुछ मरीजों की हालत गंभीर है. उन्हें हमने निजी अस्पताल में भेजा है.
ममता ने कहा कि मैं राज्यपाल के बारे में कुछ नहीं कहूंगी. उन्होंने एक बैठक बुलाई और उसमें मुझे भी बुलाया है. लेकिन मैं नहीं जा पाऊंगी. वे राज्यपाल हैं तो हम भी चुनी हुई सरकार हैं. कानून व्यवस्था राज्य का विषय है. यह उनका विषय नहीं है. वे शांति बैठक के लिए किसी को भी बुला सकते हैं. मैं भी वहां अपना प्रतिनिधि भेज दूंगी. वे चाय पीकर चले आएंगे.
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