मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार को फिर से हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार होते-होते बचे. महाराष्ट्र के कोंकण इलाके में रायगढ़ जिले के अलीबाग शहर के पास में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हेलिकॉप्टर में चढ़ ही रहे थे कि अचानक हेलीकाप्टर ने टेक ऑफ कर गया और जमीन से दो-ढाई फीट हवा में उठ गया. मुख्यमंत्री हेलिकाप्टर के दरवाजे के पास खड़े थे.
आजतक को रायगढ़ जिले के जिलाधिकारी ने बताया 'हमने देखा. सीएम साहब हेलिकॉप्टर में बैठने गए और वो हेलिकॉप्टर का दरवाजा खोल ही रहे थे कि अचानक हेलीकॉप्टर टेक ऑफ हो गया. दो- ढ़ाई फुट हवा में था, हेलीकॉप्टर. अचानक हेलीकॉप्टर घूम गया. मुख्यमंत्री दरवाजे के पास खड़े थे फिर CM और बॉडी गार्ड बीस पच्चीस फीट बाजू में चले गए. पांच मिनट में सब ठीक हो गया.’
वहीं सीएमओ ने इस खबर को झूठा बताते हुए उसका खंडन किया है. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक मुख्यमंत्री दफ्तर ने बयान जारी करके कहा है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है.
गौरतलब है कि इससे पहले भी दो मौकों पर देवेंद्र फडणवीस के साथ इस तरह की घटना घट चुकी है.
25 मई को मराठवाड़ा में मुख्यमंत्री ने अपना दौरा खत्म करने के बाद निलंगा में बने हेलीपैड पर खड़े अपने हेलिकॉप्टर में सवार हुए. दोपहर 12 बजे के करीब हेलिकॉप्टर ने जैसे ही लातूर के लिए उड़ान भरी, पायलट को अचानक से तेज हवाओं का सामना करना पड़ा. इस हालत से निबटने के लिए हेलिकॉप्टर जमीन की तरफ मोड़ गया कि वहां लगे बिजली के तारों के संपर्क में आ गया और धड़ाम से जमीन पर गिर पड़ा.
12 मई को फडणवीस गढ़चिरौली पहुंचे. हेलिकॉप्टर में खराबी के चलते वह मुख्यमंत्री के सवार होने के बाद उड़ान ही नहीं भर सका था. जिस वजह से मुख्यमंत्री को सड़क के रास्ते नक्सल प्रभावित इलाके से सफ़र करते हुए नागपुर पहुंचना पड़ा था.
पंकज खेळकर