अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे पर कांग्रेस पार्टी लगातार मोदी सरकार को घेर रही है. कांग्रेस पार्टी ट्रंप दौरे पर हो रहे खर्चे को लेकर सवाल कर रही है. इस बीच कांग्रेस के भीतर से ही पार्टी लाइन से हटकर एक आवाज मुखर हुई है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी, इस मुद्दे पर कांग्रेस की विचारधारा के विपरीत नजर आ रहे हैं.
ट्रंप दौरे का समर्थन करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों का विरोध करना ठीक नहीं है. वो दो दिनों की भारत यात्रा पर आ रहे हैं. इससे भारत को कुछ अच्छे की उम्मीद करनी चाहिए ना कि इस तरह सवाल खड़े करने चाहिए.'
कांग्रेस ने खर्च पर खड़े किए थे सवाल
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप के आगमन पर 100 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं, लेकिन ये पैसा एक समिति के जरिए खर्च हो रहा है, समिति के सदस्यों को पता ही नहीं कि वो उसके सदस्य हैं. क्या देश को ये जानने का हक नहीं कि किस मंत्रालय ने समिति को कितना पैसा दिया? समिति की आड़ में सरकार क्या छिपा रही है?
वहीं कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने सवाल पूछा है कि अहमदाबाद में ट्रंप के स्वागत के लिए पैसा कहां से आ रहा है ये सच सामने आना चाहिए. कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा है कि ट्रंप के स्वागत में भारत इतना खर्च कर रहा है फिर भी ट्रंप ने हिन्दुस्तान के साथ ट्रेड डील करने से इनकार कर दिया है. ट्रंप ने कहा था कि मोदी उनके अच्छे दोस्त हैं, लेकिन इस वक्त भारत के साथ ट्रेड डील नहीं करेंगे.
बीजेपी ने कांग्रेस को उपलब्धियों पर गर्व करने की दी सलाह
संबित पात्रा ने ट्रंप दौरे को भारत-अमेरिकी रिश्तों के बीच का ऐतिहासिक पल बताते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी किस्मत की चिंता कर रही है. मेरी उनको सलाह है कि वे देश की उपलब्धियों पर गर्व करना सीखें. राष्ट्रपति ट्रंप खुद कह चुके हैं कि भारत के साथ सौदेबाजी करना मुश्किल काम है, कांग्रेस पार्टी को भारत के हित की चिंता नहीं करनी चाहिए.
और पढ़ें- ट्रंप का दौरा आधिकारिक नहीं? कांग्रेस ने पूछा- किसके बुलावे पर अहमदाबाद आ रहे US प्रेसिडेंट
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि जैसी ट्रेड डील और डिफेंस डील आज हम यूएस के साथ देख रहे हैं, उन्हें यूपीए के समय हम सोच भी नहीं सकते थे. कांग्रेस पार्टी आज आत्म निरीक्षण करने के बजाय सवाल कर रही है. पात्रा ने कहा कि क्या 10 जनपथ ने कभी यूपीए के शासन काल में डॉ मनमोहन सिंह को अपने समकक्षों के साथ ऐसे रिश्ते विकसित करने की अनुमति दी.
इंद्रजीत कुंडू