अफगानिस्तान और तालिबान विवाद (Afghanistan Taliban Conflict) के बीच एक गुरुद्वारे (Gurudwara) से निशान साहिब (Nishan Sahib) को हटा देने की खबर सामने आई. जिसके बाद भारत ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की. तालिबान पर निशान साहिब को हटाने की हरकत को अंजाम देने के आरोप के बाद उसने इसका खंडन किया है. वहीं भारत सरकार ने इस मसले पर कड़ी आपत्ति जताई है.
दरअसल, अफगानिस्तान के पख्तिया प्रांत (Paktia Province) के एक गुरुद्वारे (Gurdwara Thala Sahib) से तालिबान ने कथित तौर पर निशान साहिब को हटा दिया. जिस पर भारत सरकार ने कहा कि हम इस कृत्य की निंदा करते हैं.
भारत सरकार ने इस मसले पर बयान जारी किया है. सरकार ने कहा कि हमने अफगानिस्तान के पख्तिया प्रांत में गुरुद्वारा Thala Sahib की छत पर लगे सिख धार्मिक ध्वज निशान साहिब पर मीडिया रिपोर्ट्स को देखा है. हम इस कृत्य की निंदा करते हैं और भारत के दृढ़ विश्वास को दोहराते हैं कि अफगानिस्तान का भविष्य ऐसा होना चाहिए जहां अल्पसंख्यकों और महिलाओं सहित अफगान समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा की जाए.
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आपको बता दें कि कभी इस गुरुद्वारे का गुरु नानक (Guru Nanak) ने दौरा किया था. ऐसे में इस गुरुद्वारे से निशान साहिब को हटाना अपने आप में कई सवाल खड़ा करता है. हालांकि, खबरों के मुताबिक तालिबान ने कहा कि उसका इस घटना में कोई हाथ नहीं है.
गौरतलब है कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद से ही अफगानिस्तान में तालिबान अपने पैर पसारता जा रहा है. अफगानिस्तान के कई शहरों में लगातार हिंसा देखने को मिल रही है. तालिबान व अफगान सुरक्षा बलों के बीच खूनी जंग जारी है.
वहीं भारत ने उस युद्ध के हालतों को लेकर अफगानिस्तान की नाजुक स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. भारत ने कहा कि अफगानिस्तान में शांति बेहद महत्वपूर्ण है. भारत ने लगातार इस मुद्दे पर चर्चा भी की है.
गीता मोहन