प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 73वें स्वतंत्रता दिवस पर गुरुवार को लाल किले की प्राचीर से भाषण दिया. ब्रिटिश हुकूमत से 15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता हासिल हुई थी. पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को मनाता है. प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर भाषण दिया तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को मुजफ्फराबाद में पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) की असेम्बली में अपना भाषण दिया.
इमरान खान के भाषण का अधिकतर हिस्सा भारत और पीएम मोदी पर निशाना साधने में रहा. अपने भाषण में इमरान ने कश्मीर का भी बहुत बार उल्लेख किया. वहीं पीएम मोदी ने अपने 92 मिनट के भाषण में एक बार भी पाकिस्तान या इमरान खान के नाम का जिक्र नहीं किया. पीएम मोदी ने अफगानिस्तान को बधाई दी जो 19 अगस्त को अपना 100वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है. इंडिया टुडे के डेटा इंटेलीजेंस यूनिट (DIU) ने दोनों प्रधानमंत्रियों के भाषण में बोले गए शब्दों का तुलनात्मक विश्लेषण किया.
इमरान खान ने भाषण में क्या-क्या बोला?
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के स्वतंत्रता दिवस भाषण में 'कश्मीर' ही छाया रहा. साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर इमरान की घबराहट-बेचैनी भी उनके भाषण में खूब दिखी.
इमरान के भाषण में जो शब्द बार बार आया, वो था 'आइडियोलॉजी' (विचारधारा). इमरान ने इस शब्द का 23 बार अपने भाषण में इस्तेमाल किया. दूसरे नंबर पर इमरान ने 'कश्मीर' का 20 बार जिक्र किया. इमरान ने 'लोग' शब्द का 14 बार उल्लेख किया. हालांकि यहां एक अजीब बात भी दिखी. पाकिस्तान के लोगों की जगह इमरान ने अपने भाषण में 'कश्मीर' के लोगों का 17-18 बार जिक्र किया.
इमरान ने 'पाकिस्तान' शब्द का इस्तेमाल 12 बार किया जो भाषण में बोले गए ‘कश्मीर’ शब्द से काफ़ी कम था. ऐसा पीएम मोदी के भाषण में नहीं दिखा, उन्होंने किसी भी भौगौलिक क्षेत्र की तुलना में भारत का अधिक बार नाम लिया.
इमरान ने 'कश्मीर' का कई बार नाम लेने के साथ ही पीएम मोदी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा. इमरान ने मोदी और आरएसएस की विचारधारा की तुलना हिटलर की नाजी सरकार के साथ की. इमरान ने 'भारत' का नाम 11 बार अपने भाषण में लिया. इससे एक बार ही ज्यादा यानी 12 बार उन्होंने 'पाकिस्तान' का नाम लिया. इमरान के भाषण में 'आरएसएस' 7 बार, 'मोदी' 7 बार और 'नाजी' 6 बार आया.
इमरान ने बुधवार को इस पर ट्वीट भी किया. इमरान ने आरएसएस विचारधारा और नाजी विचारधारा की तुलना करते हुए मद्रास कूरियर के एडिटर इन चीफ श्रेनिक राव के लेख 'Hitler’s Hindus: The Rise and Rise of India’s Nazi-loving Nationalists' का भी उल्लेख किया.
पीएम मोदी के गुरुवार को दिए स्वतंत्रता दिवस भाषण में नागरिक शब्द सबसे ज्यादा 47 बार आया. इसके बाद 'स्वतंत्रता' (30), 'पानी' (24), 'गरीब' (17), 'आतंकवाद' (16), किसान (15) 'अनुच्छेद 370' (14) और 'पर्यटन'(13) और सेना (10) का जिक्र आया.
जिन शब्दों का मोदी के भाषण में सबसे अधिक बार जिक्र हुआ वो उनसे जुड़े मोदी के दृष्टिकोण की भी झलक दिखलाता है. जैसे कि मोदी ने सभी के लिए पेयजल उपलब्ध कराने के मिशन 'जल जीवन' का जिक्र किया तो 'पानी' शब्द का भाषण में बहुत बार इस्तेमाल किया. इस मिशन पर 3.5 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
इसी तरह गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों के लिए कल्याण योजनाओं की बात कहते हुए उन्होंने 'गरीब' शब्द का भाषण में 17 बार इस्तेमाल किया. अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने का उल्लेख भी मोदी के भाषण में हुआ. पीएम मोदी ने भारतीय नागरिकों से कम से कम 15 पर्यटन स्थलों पर 2022 तक जाने का आग्रह किया. इसीलिए 'पर्यटन' शब्द भी उनके भाषण में कई बार आया.
पीएम मोदी ने भाषण में उल्लेख किया कि आतंकवाद से ना सिर्फ भारत बल्कि इसके पड़ोसियों को भी भुगतना भी पड़ा है. हालांकि उन्होंने अपने भाषण में पाकिस्तान का नाम लेने से परहेज किया. उन्होंने इमरान खान को लेकर भी कुछ नहीं बोला.
निखिल रामपाल