शशिकला के सहयोगियों के ठिकानों पर तीसरे दिन भी छापे

जब्त किए गए दस्तावेजों से आंकड़े जुटाने के बाद तय किया जाएगा कि जिन लोगों और कंपनियों पर छापेमारी की गई है, उनके संदिग्ध लेनदेन और अन्य गतिविधियों का पता लगाने के लिए उनके बैंक खाते फ्रीज किए जाएं या नहीं.

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एआईएडीएमके की नेता वी.के. शशिकला (फाइल) एआईएडीएमके की नेता वी.के. शशिकला (फाइल)

नंदलाल शर्मा

  • नई दिल्ली ,
  • 11 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 9:44 PM IST

आयकर (आईटी) विभाग के अधिकारियों ने काले धन के खिलाफ कार्रवाई के तहत शनिवार को लगातार तीसरे दिन ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की नेता वी.के.शशिकला के परिजनों, उनके कारोबारी सहयोगियों और उनसे संबंधित संगठनों के परिसरों पर छापेमारी जारी रखी.

शशिकला पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की लंबे समय तक सहयोगी रही है और फिलहाल वह आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल में बंद है.

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आयकर विभाग के अधिकारियों ने लगातार तीसरे दिन भी कई परिसरों में छापेमारी जारी रखी.

एक आयकर अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर शुक्रवार को बताया था, "जिन परिसरों की तलाशी ली गई है, वहां से बड़ी मात्रा में नकदी और दस्तावेज बरामद किए गए हैं. तलाशी अभियान अभी जारी है."

अधिकारी ने बताया, "छापेमारी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही इस नकदी और दस्तावेजों की मात्रा और संख्या के बारे में खुलासा किया जाएगा."

उन्होंने इनमें से एक ठिकाने से बड़ी मात्रा में सोना जब्त करने की खबरों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

रिपोर्टों के मुताबिक, इस अभियान के तहत कुछ परिसरों के अप्रत्याशित क्षेत्रों से सोना और कीमती सामान बरामद किया गया है. आयकर अधिकारियों का कहना है कि कई स्थानों पर तलाशी अभियान पूरा हो गया है, जबकि अन्य स्थानों पर जारी है. इन तलाशी अभियानों का उद्देश्य कर की चोरी का पता लगाना है.

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अधिकारी ने बताया, "जब्त किए गए दस्तावेजों के विश्लेषण और इन पर स्पष्टीकरण के बाद टैक्स की मांग उठाई जाएगी और यदि संबंधित पक्ष जुर्माने सहित कर का भुगतान कर देता है तो मामले को टैक्स चोरी से संबंधित अन्य मुद्दों के आधार पर बंद कर दिया जाएगा.

ये छापेमारी नोटबंदी के बाद फर्जी कंपनियों के जरिए काले धन को ठिकाने लगाने के संबंध में की जा रही है और ये फर्जी कंपनियां कथित रूप से शशिकला और दिनाकरन से जुड़ी हुई हैं. आयकर विभाग भारत के अंदर फंड की जांच कर रही है, जबकि अन्य एजेंसियां भारत के बाहर से आने वाले धन की जांच कर रही हैं.

आयकर विभाग के अधिकारी के मुताबिक, इस तलाशी अभियान का स्वरूप अलग है और यह सिर्फ परिसरों की तलाशी और बेहिसाबी नकदी को जब्त करने तक ही सीमित नहीं है. उन्होंने कहा, "हमारे पास फर्जी कंपनियों की सूचना थी और इस संबंध में तलाशी की जा रही है."

जब्त किए गए दस्तावेजों से आंकड़े जुटाने के बाद तय किया जाएगा कि जिन लोगों और कंपनियों पर छापेमारी की गई है, उनके संदिग्ध लेनदेन और अन्य गतिविधियों का पता लगाने के लिए उनके बैंक खाते फ्रीज किए जाएं या नहीं.

गौरतलब है कि गुरुवार को लगभग 1,800 आईटी अधिकारियों की टीम ने 187 परिसरों, आवासों और फार्म हाउस की तलाशी ली. जिन स्थानों पर छापेमारी की गई, उसमें तंजावुर में शशिकला के पति एम.नटराजन का आवास, तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता का कोडनाड टी एस्टेट, जैज सिनेमाज, मिडास डिस्टिलरीज, शारदा पेपर एंड बोर्डस, सेंथिल ग्रुप ऑफ कंपनीज, कोयंबटूर में नीलगिरि फर्नीचर, जया टीवी, नामाधु एमजीआर और तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, हैदराबाद और बेंगलुरू में कई अन्य परिसर शामिल हैं.

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