हैदराबाद गैंगरेप पर नुसरत जहां बोलीं- व्यवस्था से महिलाओं का विश्वास उठा

TMC की युवा सांसद ने कहा कि कानून के दायरे में रहकर भी लोग अगर घिनौना काम कर रहे हैं, तो सजा के वक्त भी दोनों तरह से सोचना होगा. हम लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं, मुझे लगता है कि हमारी आवाज सुनी जाएगी.

Advertisement
TMC सांसद नुसरत जहां TMC सांसद नुसरत जहां

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 5:16 PM IST

  • हैदराबाद की घटना से महिला सांसदों में गुस्सा
  • नुसरत जहां बोलीं- महिलाओं का कानून पर भरोसा घटा
  • संसद में भी उठ चुका है हैदराबाद का मसला

हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई गैंगरेप की घटना से देश भर में रोष है. आरोपियों ने पहले लेडी डॉक्टर के साथ रेप किया और फिर उसे जला दिया. घटना को लेकर देश के युवा एक बार फिर सड़कों पर हैं और संसद तक बवाल मचा हुआ है. इसी मुद्दे पर आजतक ने देश के सांसदों से बात की और उनकी राय जानी.

Advertisement

बहस में कई महिला सांसदों ने भी हिस्सा लिया, जिसमें TMC की नुसरत जहां, अपना दल की अनुप्रिया पटेल भी शामिल थीं. सभी ने रेप जैसे मामलों में कड़ी सजा का समर्थन किया और जल्द सजा होने की बात कही. जानें बहस में किसने क्या कहा...

नुसरत जहां, TMC, सांसद

TMC की युवा सांसद ने कहा कि कानून के दायरे में रहकर भी लोग अगर घिनौना काम कर रहे हैं, तो सजा के वक्त भी दोनों तरह से सोचना होगा. हम लोग अपनी आवाज उठा रहे हैं, मुझे लगता है कि हमारी आवाज सुनी जाएगी.

नुसरत ने कहा कि एक वक्त आता है जब पानी सिर के ऊपर चला जाता है, हैदराबाद का हादसा वही था. अभी तक भी निर्भया कांड के आरोपियों को सजा नहीं मिली है, ऐसे में बुरा लगता है कि क्या सीखने के लिए एक और हादसे का इंतजार किया जाएगा.

Advertisement

टीएमसी सांसद बोलीं कि हमारे पास कानून हैं, बस राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है. आज महिलाओं ने व्यवस्था पर विश्वास खो दिया है, डर लगने पर लोग पुलिस नहीं बल्कि परिवार को फोन करते हैं. हमें वापस लोगों में विश्वास पैदा कराना होगा. हमें सोचना होगा कि क्यों आखिर लोग पुलिस से अपनी बात कहने से डर रहे हैं, इस सोच को बदलना जरूरी है.

आतिशी, आम आदमी पार्टी

आम आदमी पार्टी नेता आतिशी ने इस मामले पर कहा कि हैदराबाद की घटना से ये बात स्पष्ट हो गई है कि सारी पार्टियां एक साथ हैं. निर्भया कांड के बाद इस देश में सख्त कानून बना है लेकिन आज जरूरत है कि इसमें समय भी फिक्स कर दिया जाए. आज भी निर्भया के आरोपी जेल में हैं और निर्भया की मां इंसाफ का इंतजार कर रही हैं. कानून सिर्फ बनाने से नहीं काम करेगा, उसे जमीन पर उतारना होगा.

आतिशी बोलीं कि आज दिल्ली में पुलिसकर्मियों की कमी है, हजारों की संख्या में भर्तियां होनी हैं ऐसे में महिलाओं की सुरक्षा कैसे होगी. अपराधियों को लगता है कि वह कुछ ना कुछ करके अपने आप को बचा लेंगे.

अनुप्रिया पटेल, अपना दल

केंद्र सरकार में भारतीय जनता पार्टी की साथी अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल ने कहा कि समाज में कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं, जिनकी जड़ें बहुत गहरी होती हैं. सामाजिक परिवर्तन आने में समय लगता है, कानून भी इसका एक माध्यम ही है. महिला के प्रति सम्मान के लिए मानसिकता में जितना बदलाव आना था, वह अभी तक नहीं हुआ है.

Advertisement

उन्होंने कहा कि आज बलात्कारियों के मन में कानून का डर नहीं है, केंद्र सरकार को राज्य सरकारों के साथ संवाद करना चाहिए. बलात्कारियों को आज लगता है कि उनके साथ कुछ नहीं होगा, इसलिए हमें कुछ कड़ा एक्शन लेना ही होगा.

मशहूर लेखिका अद्वैत काला ने इस मसले पर कहा कि राजनीतिक दल अगर एकजुट हो रहे हैं तो इसलिए क्योंकि सभी फेल हुए हैं. राजनीतिक दलों की ओर से जो कहा जा रहा है उसका स्वागत है लेकिन इसपर फैसला कब होगा.

कांग्रेस के सांसद कुलदीप शर्मा बोले कि हमारी पार्टी ने इस मामले को संसद में उठाया है, देशभर में हैदराबाद के मसले पर काफी गुस्सा है. इस तरह के मामलों में निर्धारित समय में फैसला लेना ही होगा, जबतक किसी को सजा का डर नहीं होगा तो इस तरह के मामले नहीं रुकेंगे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement