भारत में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर, गुरुग्राम और गाजियाबाद

दुनिया के 20 सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में भारत के कुल 15 शहर शामिल.

Advertisement
अधिक शहरों में प्रदूषक कण (पीएम) 2.5 के स्तर का डेटाबेस से ज्यादा हो चुके हैं अधिक शहरों में प्रदूषक कण (पीएम) 2.5 के स्तर का डेटाबेस से ज्यादा हो चुके हैं

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 11:22 PM IST

दुनिया के प्रदूषित शहरों की सूची में गुरुग्राम और गाजियाबाद सबसे आगे हैं. हाल ही में एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. इस रिपोर्ट में दुनिया के 20 सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में भारत के कुल 15 शहर शामिल हैं. टॉप 6 में गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा, और भिवाड़ी को रखा गया है.

रिपोर्ट में राजधानी दिल्ली को 11वें स्थान पर रखते हुए इस बात का दावा किया गया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र पिछले साल की तुलना में सर्वाधिक प्रदूषित क्षेत्र के रूप में उभरा है.

Advertisement

नवीनतम डेटा 2018 वर्ल्ड एअर क्वाॉलिटी की रिपोर्ट में 20 शहरों में से 15 भारत के जबकि अन्य 3 पाकिस्तान और बांग्लादेश के हैं.

बता दें कि चीन की राजधानी बीजिंग पिछले साल सर्वाधिक प्रदूषित शहरों की सूची में 122वें नंबर पर था, लेकिन यह अब भी विश्व स्वास्थ्य संगठन की वार्षिक सुरक्षित सीमा से कम से कम पांच गुना अधिक प्रदूषित शहर है.

क्या निकला है रिपोर्ट में

रिपोर्ट में बताया गया है कि तीन हजार से अधिक शहरों में प्रदूषक कण (पीएम) 2.5 के स्तर का डेटाबेस से ज्यादा हो चुके हैं. इनका इस तरह से बढ़ना विश्व के सामने खतरे की याद दिला रहा है. जबकि पिछले साल ही विश्व स्वास्थ्य संगठन के वायु गुणवत्ता डेटाबेस ने भी प्रदूषण की स्थिति को लेकर चेताया था.

रिपोर्ट में कहा गया है कि उद्योगों, घरों, कारों और ट्रकों से वायु प्रदूषकों के खतरनाक कण निकलते हैं, जिनसे अनेक बीमारियां होती हैं. इन सभी प्रदूषकों में से सूक्ष्म प्रदूषक कण मानव स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा प्रभाव डालते हैं.

Advertisement

रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर सूक्ष्म प्रदूषक कण,चलते वाहनों जैसे रोजमर्रा के इस्तेमाल किए जाने वाले स्रोतों और बिजली उपकरणों, उद्योग, घरों, कृषि जैसे स्रोतों में ईंधन जलाने  से निकलते हैं.

सूक्ष्म प्रदूषक कण क्यों हैं खतरनाक

हवा में मौजूद ये सूक्ष्म कण हमारे सांस लेने के दौरान बिना किसी रुकावट के सांसों के नलियों के रास्ते फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं. इससे मनुष्य को कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी हो सकती है.

कुछ महीनों पहले दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्रों में प्रदूषण इतना ज्यादा बढ़ गया था कि फिरोजशाह कोटला मैदान में खेलने आई श्रीलंका की टीम को मैच के दौरान मास्क लगाना पड़ा था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement