असम के जोरहाट से सोमवार दोपहर को अरुणाचल प्रदेश के लिए उड़ान भरने के बाद से भारतीय वायुसेना का एएन-32 विमान लापता है, जिसकी तलाश लगातार जारी है. इसको लेकर वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी का कहना है कि नौसेना के P-8I विमान भी सर्च ऑपरेशन में शामिल हुआ. साथ ही इसरो सैटेलाइट की मदद भी विमान को खोजने में ली जा रही है.
ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी ने लापता विमान AN-32 को लेकर बताया, 'आज नौसेना के P-8I विमान भी सर्च ऑपरेशन में शामिल हुआ. सेना के जवान और ALH हेलीकॉप्टर की जमीनी स्तर पर खोज जारी है. स्थानीय पुलिस और प्रशासन विमान का पता लगाने में वायु सेना की मदद कर रहे हैं.' विमान को लापता हुए 24 घंटे से ज्यादा समय हो चुका है.
अनुपम बनर्जी ने कहा, 'सर्च ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए वह थोड़ा मुश्किल इलाका है. क्योंकि वहां मोटे पेड़-पौधे है. यह मुश्किल है लेकिन हम अपने सभी साधनों, इलेक्ट्रॉनिक साधनों, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल साधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसका विश्लेषण करने के बाद हम विजुअल लुकआउट करेंगे.'
उन्होंने कहा, 'इसरो सैटेलाइट की मदद से इस क्षेत्र की तस्वीर लेने का काम किया जा रहा है, जिसका विश्लेषण आगे के सर्च ऑपरेशन में इस्तेमाल किया जाएगा. खोज की कोशिशों के बारे में सभी लापता कर्मियों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है. हम उनके साथ लगातार संपर्क में हैं.'
पहले भी लापता हो चुका है AN-32 विमान
भारतीय वायुसेना का एएन-32 विमान पहले भी लापता हो चुका है. साल 2016 में एएन-32 विमान ने चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर के लिए उड़ान भरी थी और लापता हो गया था. इसमें भारतीय वायुसेना के 12 जवान, 6 चालक दल के सदस्य, एक नौसैनिक, एक सेना का जवान और एक ही परिवार के 8 सदस्य सवार थे. उस समय इस विमान की तलाशी के लिए एक पनडुब्बी, 8 विमान और 13 पोत लगाए गए थे लेकिन आज तक उसका सुराग नहीं लग सका.
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