US चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की जांच के लिए रॉबर्ट मुलर के साथ काम कर रहा फेसबुक

अमेरिकी कांग्रेस से पूछताछ में जकरबर्ग ने कहा कि यह मानना सबसे बड़ी गलती थी कि डाटा माइनिंग कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका ने सारे यूजर डेटा डिलीट कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि फेसबुक ने समझा कि डाटा कलेक्शन अब एक क्लोज केस मामला है, क्योंकि सारे डेटा डिलीट कर दिए गए हैं.

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मार्क जकरबर्ग मार्क जकरबर्ग

नंदलाल शर्मा

  • नई दिल्ली ,
  • 11 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 11:02 AM IST

फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग ने बुधवार की सुबह इस बात को स्वीकार किया कि 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में रूस के हस्तक्षेप को लेकर चल रही संघीय जांच में उनकी कंपनी स्पेशल काउंसल रॉबर्ट मुलर के साथ मिलकर काम कर रही है. साथ ही ट्रंप के कैंपेन में काम करने वाली कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा फेसबुक यूजर्स के निजी डाटा चुराए जाने के बाद उनकी कंपनी अपना संचालन बदलने के लिए जीतोड़ कोशिश कर रही है.

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सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने अपनी कंपनी की गलतियों के लिए माफी भी मांगी. उन्होंने कहा कि कंपनी अपने यूजर्स के प्राइवेट डेटा को सुरक्षित रखने में नाकाम रही है. इस विवाद के बाद फेसबुक को बहुत ही ज्यादा नकारात्मक पब्लिसिटी मिली है. दूसरी ओर फेसबुक के शेयरों में इजाफा देखने को मिला है और एक दिन में फेसबुक के शेयर 4.5 प्रतिशत बढ़े हैं. पिछले दो सालों में यह सबसे बड़ी बढ़ोतरी है.

जकरबर्ग ने सीनेट की कॉमर्स और न्यायिक कमिटी को बताया कि अभी तक मुलर की टीम ने निजी रूप से उनसे बातचीत नहीं की है, लेकिन उन्होंने यह माना कि उनकी कंपनी मुलर के साथ मिलकर काम कर रही है. हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया और कहा कि इससे जांच की विश्वसनीयता प्रभावित होगी.

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बता दें कि इस साल की शुरुआत में मुलर ने 13 रूसी नागरिकों और तीन रूसी कंपनियों के खिलाफ 2016 के अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप के लिए मुकदमा दर्ज कराया था. इन लोगों पर आरोप है कि रूसी नागरिकों और कंपनियों ने अपने अमेरिकी सहयोगियों के साथ फेसबुक पर ऑनलाइन विज्ञापन दिए और राजनीतिक प्रोपेगेंडा फैलाया. इस दौरान फेसबुक पर कई सारे रूसी विज्ञापन दिखाई देते थे.

फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग ने कहा कि उनकी कंपनी स्पेशल काउंसल रॉबर्ट मुलर के साथ मिलकर काम रही है.

अमेरिकी कांग्रेस से पूछताछ में जकरबर्ग ने कहा कि यह मानना सबसे बड़ी गलती थी कि डाटा माइनिंग कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका ने सारे यूजर डेटा डिलीट कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि फेसबुक ने समझा कि डाटा कलेक्शन अब एक क्लोज केस मामला है, क्योंकि सारे डेटा डिलीट कर दिए गए हैं.

जुकरबर्ग ने यह भी माना कि फेसबुक ने फेडरल ट्रेड कमीशन को अलर्ट नहीं किया. उन्होंने सीनेटर्स को आश्वस्त किया कि मौजूदा समय में फेसबुक इस मामले में अलग तरीके से हैंडल करेगा.

सुनवाई में जुकरबर्ग ने अपनी कंपनी में लोगों का भरोसा बहाल करने का प्रयास किया. उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपनी जिम्मेदारियों पर पर्याप्त रूप से बड़ा नजरिया नहीं अपनाया और यह बड़ी भूल थी.’’

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उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी भूल थी और मुझे इसका अफसोस है. मैंने फेसबुक शुरू किया, मैंने इसे चलाया और यहां जो कुछ हुआ, उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं. इसके अलावा कंपनी ने उपयोगकर्ताओं को सतर्क करना भी शुरू किया है कि कैंब्रिज एनालिटिका ने उनका डेटा एकत्रित किया है.’’

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