हवा ने बदला रुख, अगले 24 घंटे में दिल्ली-एनसीआर से हट जाएगी धूल की चादर

सेटेलाइट से मिल रही तस्वीरों में यह साफ दिख रहा है कि पूर्वी राजस्थान, दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से धूल की मात्रा धीरे-धीरे कम हो रही है. उन्होंने बताया कि शनिवार की शाम तक तमाम इलाकों से धूल की चादर हट जाएगी, लेकिन इसी के साथ पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड के इलाकों में थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी शुरू हो जाएगी.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

सिद्धार्थ तिवारी / अशोक सिंघल

  • नई दिल्ली,
  • 15 जून 2018,
  • अपडेटेड 6:50 PM IST

दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों की फिजा में फैली धूल छंटनी शुरू हो गई है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 24 घंटे में उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों में वातावरण में छाई धूल हट जाएगी. ऐसा हवाओं की दिशा में बदलाव के कारण हो रहा है.

उत्तर-पश्चिम भारत में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) दस्तक देने जा रहा है, इसकी वजह से दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों में हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम से बदलकर उत्तर-पश्चिम हो जाएगी. हवा की दिशा बदलते ही राजस्थान से आ रही धूलों का आना रुक जाएगा.

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मौसम विभाग के डीडीजीएम बीपी यादव के मुताबिक सेटेलाइट से मिल रही तस्वीरों में यह साफ दिख रहा है कि पूर्वी राजस्थान, दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से धूल की मात्रा धीरे-धीरे कम हो रही है. उन्होंने बताया कि शनिवार की शाम तक तमाम इलाकों से धूल की चादर हट जाएगी, लेकिन इसी के साथ पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड के इलाकों में थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी शुरू हो जाएगी.

मौसम विभाग के पूर्व अनुमान के मुताबिक पंजाब में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते तेज आंधी की संभावना बन चुकी है और इसी के साथ हरियाणा में कई इलाकों में अगले 24 से 48 घंटे तक थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी दर्ज की जाएगी. दिल्ली एनसीआर की बात करें तो शनिवार की रात से थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी की संभावना बन रही है. यहां पर रविवार और सोमवार को बादलों की आवाजाही के बीच बारिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.

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मौसम विभाग का कहना है कि जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में अगले 24 से लेकर 48 घंटे के भीतर कई जगहों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना है तो वहीं उत्तराखंड में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला सोमवार तक देखा जाएगा. बदली हुई मौसमी परिस्थितियों में उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों से धूल पूरी तरीके से हट जाएगी और इसी के साथ रात के तापमान में हुई बढ़ोतरी भी खत्म हो जाएगी. उत्तर पश्चिम दिशा से आ रही हवाओं के साथ-साथ बारिश होने की वजह से दिन के तापमान में भी गिरावट की संभावना बताई जा रही है.

दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों में वातावरण में धूल बढ़ने के पीछे राजस्थान से आ रही तेज हवाओं को मुख्य वजह बताया जा रहा है. मौसम विभाग के डायरेक्टर चरण सिंह के मुताबिक इस समय मॉनसून कमजोर अवस्था में है. इस वजह से मैदानी इलाकों में पछुआ हवाओं का जोर हो गया था. यह हवाएं राजस्थान से होकर आ रही थी और वहां से रेगिस्तान की रेत लेकर उत्तर भारत पहुंच रही थी, लेकिन यह स्थिति बदलने जा रही है क्योंकि मॉनसून एक बार दोबारा ताकतवर होने जा रहा है.

ऐसा अनुमान है 21 जून से मॉनसून दोबारा तेजी पकड़ेगा और इसी के साथ मानसून पूर्वोत्तर भारत से पूरी भारत की तरफ रुख करेगा इन स्थितियों में यह कहा जा सकता है दिल्ली समेत उत्तर भारत के तमाम इलाकों में अब मौसम बदलने जा रहा है.

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पर्यावरण मंत्री की अपील

ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (जीआरएपी) के अंतर्गत कार्यबल की बैठक में जीआरएपी के अंतर्गत निर्माण से संबंधित कानूनी उपायों को फौरन लागू करने की सिफारिश की गई. कार्यबल ने दिल्ली के पड़ोसी शहरों की निर्माण एजेंसियों, महापालिकाओं तथा स्थानीय निकायों के साथ भी बैठक की जिससे जमीनी स्तर पर कारगर कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने संबंधित एजेंसियों को अधिक से अधिक अलर्ट पर रहने तथा धूलों के स्रोत को नियंत्रित रखने और कचरा जलावन को काबू में रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने वर्तमान स्थिति में जनसाधारण से अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकलने की अपील भी की.

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