सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर दिए गए बयान की सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी ने निंदा की है. सीताराम येचुरी ने कहा है कि जनरल बिपिन रावत नागरिकता कानून के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शनों को गलत बता रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आर्मी प्रमुख बिपिन रावत का बयान यह दर्शाता है कि नरेंद्र मोदी सरकार में किस तरह से परिस्थितियां खतरे में है, जहां संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति भी अपनी संवैधानिक भूमिका से बाहर जा रहा है.
सीताराम येचुरी ने कहा कि अब इस पर सवाल उठाना चाहिए कि कहीं हम पाकिस्तान के रास्ते पर तो नहीं बढ़ रहे, जहां सेना का राजनीतिकरण किया जा रहा है. येचुरी ने इसके लिए जनरल बिपिन रावत से देश से माफी मांगने की बात भी कही.
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने आगे कहा था कि यह सच्चा नेतृत्व नहीं है. लीडर वे लोग हैं, जो लोगों और टीम की देखभाल और सुरक्षा करते हैं. सेना को अपनी संस्कृति पर गर्व है.
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