Exclusive: विपक्ष को एकजुट करने में जुटे राहुल, येचुरी से की मुलाकात

मोदी सरकार पर हमलावर हो रही विपक्ष के बीच बुधवार को संसद भवन में ही एक बड़ी घटना घटी. बुधवार को संसद भवन स्थित कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी के बीच मुलाकात हुई.

Advertisement
राहुल गांधी-सीताराम येचुरी राहुल गांधी-सीताराम येचुरी

कुमार विक्रांत

  • नई दिल्ली,
  • 05 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 7:38 PM IST

मोदी सरकार पर हमलावर हो रही विपक्ष के बीच बुधवार को संसद भवन में ही एक बड़ी घटना घटी. बुधवार को संसद भवन स्थित कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी के बीच मुलाकात हुई. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने येचुरी को मुलाकात के लिए आमंत्रित किया था. दोनों नेताओं के बीच करीब 30 मिनट की मुलाकात हुई. मुलाकात में दोनों के बीच जीएसटी बिल पर चर्चा हुई.

Advertisement

चर्चा में राहुल ने सीताराम येचुरी से पूछा कि यूपीए और एनडीए सरकार के जीएसटी बिल में फर्क है. हमारे संशोधन सरकार मान नहीं रही है. सरकार ने इसको मनी बिल घोषित कर दिया है. ऐसे में राज्यसभा संशोधन पारित भी कर दें तो भी सरकार की मर्जी का बिल जो लोकसभा से पास किया है, वही पास माना जाएगा.

इस पर येचुरी ने राहुल को जवाब दिया कि भले ही मनी बिल के नाम पर सरकार मनमर्जी कर ले लेकिन हमको राज्यसभा में संशोधन पास कराकर जनता के बीच अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए. भले ही बाद में सरकार लोकसभा में उसको भेजे और वो संशोधन मनी बिल के नाम पर बेमतलब हो जाए.

मुलाकात के दौरान नाश्ते में राहुल और सीताराम येचुरी ने कॉफी और सैंडविच लिया, तो बंगाल में पिछले सालों में कांग्रेस कैसे कभी ममता और कभी सीपीएम के बीच कैसे सैंडविच बनी रही है, इसकी भी चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक, सीताराम येचुरी का राज्यसभा का कार्यकाल जल्दी खत्म हो रहा है, अंकगणित का कांटा ऐसा है कि, येचुरी को कांग्रेस की जरूरत पड़ सकती है. ऐसे में कांग्रेस की भविष्य में बंगाल में क्या भूमिका रहेगी इस पर भी चर्चा हुई.

Advertisement

मुलाकात पर आजतक से बातचीत में सीताराम येचुरी ने कहा, "हां राहुल ने मिलने का आमंत्रण दिया था, तो मैं उनसे मिलने गया. हमने संसद से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की." वैसे इस मुलाकात को राहुल की उस रणनीति के तहत देखा जा रहा है, जिसके तहत वो विपक्षी दलों को लामबंद करना चाहते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement