मोदी सरकार पर हमलावर हो रही विपक्ष के बीच बुधवार को संसद भवन में ही एक बड़ी घटना घटी. बुधवार को संसद भवन स्थित कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी के बीच मुलाकात हुई. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने येचुरी को मुलाकात के लिए आमंत्रित किया था. दोनों नेताओं के बीच करीब 30 मिनट की मुलाकात हुई. मुलाकात में दोनों के बीच जीएसटी बिल पर चर्चा हुई.
चर्चा में राहुल ने सीताराम येचुरी से पूछा कि यूपीए और एनडीए सरकार के जीएसटी बिल में फर्क है. हमारे संशोधन सरकार मान नहीं रही है. सरकार ने इसको मनी बिल घोषित कर दिया है. ऐसे में राज्यसभा संशोधन पारित भी कर दें तो भी सरकार की मर्जी का बिल जो लोकसभा से पास किया है, वही पास माना जाएगा.
इस पर येचुरी ने राहुल को जवाब दिया कि भले ही मनी बिल के नाम पर सरकार मनमर्जी कर ले लेकिन हमको राज्यसभा में संशोधन पास कराकर जनता के बीच अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए. भले ही बाद में सरकार लोकसभा में उसको भेजे और वो संशोधन मनी बिल के नाम पर बेमतलब हो जाए.
मुलाकात के दौरान नाश्ते में राहुल और सीताराम येचुरी ने कॉफी और सैंडविच लिया, तो बंगाल में पिछले सालों में कांग्रेस कैसे कभी ममता और कभी सीपीएम के बीच कैसे सैंडविच बनी रही है, इसकी भी चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक, सीताराम येचुरी का राज्यसभा का कार्यकाल जल्दी खत्म हो रहा है, अंकगणित का कांटा ऐसा है कि, येचुरी को कांग्रेस की जरूरत पड़ सकती है. ऐसे में कांग्रेस की भविष्य में बंगाल में क्या भूमिका रहेगी इस पर भी चर्चा हुई.
मुलाकात पर आजतक से बातचीत में सीताराम येचुरी ने कहा, "हां राहुल ने मिलने का आमंत्रण दिया था, तो मैं उनसे मिलने गया. हमने संसद से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की." वैसे इस मुलाकात को राहुल की उस रणनीति के तहत देखा जा रहा है, जिसके तहत वो विपक्षी दलों को लामबंद करना चाहते हैं.
कुमार विक्रांत