उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटा, एक की मौत, 4 घायल

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में शुक्रवार को बादल फट गया जिसमें एक शख्स की मौत हो गई जबकि चार लोग घायल बताये जा रहे हैं. बादल फटने की यह घटना उत्तरकाशी के मोरी ब्लॉक में हुई है.रिपोर्ट के मुताबिक घायलों को समीप के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 जून 2019,
  • अपडेटेड 4:06 PM IST

मैदानी इलाकों में भले ही गर्मी और चिलचिलाती धूप का दौर जारी है, लेकिन पहाड़ी राज्यों में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में शुक्रवार को बादल फट गया जिसमें एक शख्स की मौत हो गई जबकि चार लोग घायल बताए जा रहे हैं. बादल फटने की यह घटना उत्तरकाशी के मोरी ब्लॉक में हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक घायलों को समीप के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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इससे पहले 3 जून को उत्तराखंड के चमोली जिले में भारी बारिश के बाद बादल फटने से एक शख्स की मौत हो गई थी. गैरसैण पुलिस थाने के थानाध्यक्ष (एसएचओ) रविंद्र सिंह नेगी ने बताया था कि बदर सिंह चमोली जिले के लामबगड़ इलाके में जंगल में मवेशी चराने गया था. उसी समय बादल फट गया और वह उसकी चपेट में आ गया था.

पिछले साल उत्तराखंड के चमोली में बादल फट गया था. जोशीमठ मलारी रोड के करीब बादल फट गया था, जिसकी वजह से जबरदस्त नुकसान हुआ था. इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई थी और 2 लोग लापता हो गए थे. मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल था. रेस्क्यू टीम ने सर्च ऑपरेशन में फंसे हुए लोगों को बचाया था. इस घटना से बीआरओ के वर्कर्स कैंप को भारी नुकसान हुआ था.

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मॉनसून के चलते पहाड़ी इलाकों में बादल फटने की घटनाएं लगातार हो रही है. इससे स्थानीय लोगों को भारी नुकसान हो रहा है. पहाड़ों की बात करें तो सबसे बुरा हाल चमोली, उत्तरकाशी, बागेश्वर और यमुनोत्री धाम के आस-पास के इलाकों का है, जहां बादल फटने की घटनाएं लगातार हो रही हैं. स्थानीय जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. लोग दहशत के साये में जीने को मजबूर हैं.

आपको बता दें कि 2013 में उत्तराखंड के केदारनाथ में ही प्राकृतिक आपदा आई थी. तब बादल फटने के कारण अचानक बाढ़ आ गई थी और पूरे क्षेत्र में पहाड़ों का मलबा, भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई थी.

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