खाने से लेकर पीने तक, जनगणना में पूछे जाएंगे ये सवाल, गलत जवाब पर लगेगा जुर्माना

इंटरनेट तक पहुंच और टेलीविजन के संबंध में भी सवाल पूछे जाएंगे. टेलीविजन का उपयोग यदि करते हैं तो दूरदर्शन, केबल या किसी अन्य स्रोत से, यह जानकारी भी देनी होगी. अधिकारियों ने इसे विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ वंचित लोगों तक पहुंचाने में मददगार बताया है. इसे डिजिटल रूप में भरा जाएगा.

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प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

जितेंद्र बहादुर सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 15 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 12:27 AM IST

  • 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक डाटा जुटाएंगे कर्मचारी
  • घर-घर जाएंगे गणना के लिए तैनात कर्मचारी

देश में जनगणना 2021 की तैयारियां शुरू हो गई हैं. राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को लेकर चल रहे विवादों के बीच 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक कर्मचारी घर-घर जाकर डाटा जुटाएंगे. गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार हाउस लिस्टिंग और हाउसिंग सेंसस के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया है.

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गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि जनगणना अधिकारी 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक निर्धारित हाउसिंग और हाउसिंग जनगणना के दौरान हर घर से जानकारी इकट्ठा करने के लिए पूछे जाने वाले प्रश्नों की एक श्रृंखला तैयार कर ली गई है. इसमें घर में खपत वाला मुख्य अनाज से लेकर पीने के पानी के लिए बोतल बंद पानी का उपयोग करते हैं या पैक या कोई और स्रोत, ऐसे सवाल भी पूछे जाएंगे.  

इंटरनेट तक पहुंच और टेलीविजन के संबंध में भी सवाल पूछे जाएंगे. टेलीविजन का उपयोग यदि करते हैं तो दूरदर्शन, केबल या किसी अन्य स्रोत से, यह जानकारी भी देनी होगी. अधिकारियों ने इसे विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ वंचित लोगों तक पहुंचाने में मददगार बताया है. इसे डिजिटल रूप में भरा जाएगा.

गलत जानकारी पर लगेगा जुर्माना

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अधिकारियों के अनुसार गलत जानकारी देने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का भी प्रावधान किया गया है. यदि कोई व्यक्ति गलत जवाब देता है तो उसके खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा. जुर्माने की राशि 1000 रुपये तक हो सकती है.

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