लोकसभा में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को एयरसेल मैक्सिस केस पर हंगामे के बाद कहा कि इस घोटाले से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. सीबीआई ने इस केस में चार्जशीट दाखिल कर दी है. इसका ट्रायल जल्द ही शुरू हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा साफ है कि इस मामले में किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा.
ईडी और इनकम टैक्स की छापेमारी जारी
जेटली ने बताया कि एयरसेल मैक्सिस डील केस में सीबीआई पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन, उनके भाई कलानिधि मारन और छह अन्य लोगों के अलावा चार कंपनियों के
खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार तह तक जाएगी. ईडी और इनकम टैक्स विभाग इस मामले में कई छापेमारी कर चुकी
है. कई दफ्तरों और दस्तावेजों को सीज भी किया गया है.
साल 2006 में हुआ था विवादित डील
सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में आरोप लगाया था कि मारन ने चेन्नई में रहने वाले दूरसंचार प्रमोटर सी शिवशंकरण को एयरसेल में अपनी हिस्सेदारी मलेशियाई कंपनी मैक्सिस ग्रुप
को साल 2006 में बेचने पर मजबूर किया था. आनंद कृष्णन मैक्सिस समूह के मालिक हैं.
जोड़ी गई आईपीसी की धारा 120 बी
सीबीआई ने मारन बंधुओं के अलावा मलेशियाई व्यापारी टी आनंद कृष्णन, दूसरे बड़े अधिकारी रॉल्फ मार्शल और चार कंपनियों को नामजद किया था. इन कंपनियों में सन
डायरेक्ट प्राइवेट लिमिटेड और मलेशिया के मैक्सिस कम्युनिकेशन समेत चार कंपनियों को आरोपी बनाया गया था. उनके खिलाफ सीबीआई ने आईपीसी की धारा 120 बी
(आपराधिक साजिश) और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत चार्जशीट दाखिल किया है.
कांग्रेस और लेफ्ट दलों ने किया वॉक आउट
इससे पहले मंगलवार को इस मसले पर पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति का नाम आने पर राज्यसभा में पहले जमकर हंगामा हुआ था. सदन को इसकी वजह से थोड़ी देर के लिए फिर दिनभर के लिए स्थगित भी करना पड़ा. चर्चा के लिए बीजेपी के राजी हो जाने पर लेफ्ट दलों और कांग्रेस ने सदन से वॉक आउट कर लिया था. बुधवार को लोकसभा में स्पीकर ने इसपर चर्चा की इजाजत दी.
केशव कुमार