विज्ञापनों से झूठ बोलना चाहते थे केजरीवाल, मुख्य सचिव को मंजूर नहीं था: मनोज तिवारी

मनोज ने कहा कि जानकारियां आई है कि झगड़ा इस बात का है कि केजरीवाल सरकार इस बात का विज्ञापन चाहती थी कि आम आदमी पार्टी के आने के बाद दिल्ली में 80 फ़ीसदी भ्रष्टाचार कम हो गया. मनोज तिवारी का कहना है कि इस तरह का विज्ञापन लाने के लिए जो संवैधानिक प्रक्रिया हैं, उसके अनुसार इस बात का सत्यापन करना जरूरी है.

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मनोज त‍िवारी मनोज त‍िवारी

अंकुर कुमार / अशोक सिंघल

  • नई द‍िल्ली,
  • 22 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 7:18 PM IST

आम आदमी पार्टी के विधायकों और दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के बीच हुए झगड़े पर दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने केजरीवाल टीम पर हमला बोला है. मनोज का कहना है कि जिस रात केजरीवाल के घर मुख्य सचिव को पीटा गया, गालियां दी गई, उससे संबंधित कई नई जानकारियां सामने आ रही है. यह जानकारि‍यां बहुत ही स्तब्ध करने वाली है. यह तो सबको पता चल गया कि यह विज्ञापन का झगड़ा था. सबको पता भी है कि दिल्ली सरकार सिर्फ विज्ञापनों पर ही चल रही है. जमीन पर उनकी क्या स्थिति है, यह दिल्ली के लोगों से बेहतर कोई नहीं जान सकता.

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मनोज ने कहा कि जानकारियां आई हैं कि झगड़ा इस बात का है कि केजरीवाल सरकार इस बात का विज्ञापन चाहती थी कि आम आदमी पार्टी के आने के बाद दिल्ली में 80 फ़ीसदी भ्रष्टाचार कम हो गया.

मनोज तिवारी का कहना है कि इस तरह का विज्ञापन लाने के लिए जो संवैधानिक प्रक्रिया हैं, उसके अनुसार इस बात का सत्यापन करना जरूरी है.

वहीं विजिलेंस रिपोर्ट ठीक अलग आई है कि इन 3 सालों में आम आदमी पार्टी के आने के बाद भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ, बल्कि भ्रष्टाचार और बढ़ा है. ऐसे में संवैधानिक रूप से इसका विज्ञापन नहीं दिया जा सकता, जो सत्य नहीं है.

मनोज तिवारी का कहना है कि आम आदमी पार्टी को, केजरीवाल को और उनके सभी लोगों को यह विज्ञापन चाहिए था. उन लोगों को सत्य से कोई मतलब नहीं. उनको झूठ बोलना है और फिर एक बार झूठ विज्ञापन पर लाना चाहते थे. यह सब मुख्य सचिव को मंजूर नहीं था. किसी भी ईमानदार व्यक्ति को यह मंजूर नहीं होगा, जिसकी वजह से यह सब हुआ.

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