बीजेपी का पलटवार- राम का नाम जपें ममता बनर्जी, बुरी शक्तियों का असर होगा कम

बीजेपी और टीएमसी के बीच जय श्रीराम के नारे पर चल रही रार पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सफाई के बाद नया मोड़ आ गया है. दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने रविवार को ममता को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें राम नाम का जाप करने की सलाह दी. कपूर ने कहा कि ममता बनर्जी को श्रीराम नाम मंत्र लिखकर भेजा है और उन्हें उसे अपनी मेज पर रखने की सलाह भी दी है.

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ममता बनर्जी file photo ममता बनर्जी file photo

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 जून 2019,
  • अपडेटेड 7:36 AM IST

बीजेपी और टीएमसी के बीच जय श्रीराम के नारे पर चल रही रार पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सफाई के बाद नया मोड़ आ गया है. दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने रविवार को ममता को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें राम नाम का जाप करने की सलाह दी. कपूर ने कहा कि ममता बनर्जी को श्रीराम नाम मंत्र लिखकर भेजा है और उन्हें उसे अपनी मेज पर रखने की सलाह भी दी है.

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कपूर ने कहा कि ममता बनर्जी पर बुरी शक्तियों का असर हो गया है. असर इस कदर है कि ‘जय श्रीराम’ सुनते ही वह चिल्लाने लग रही हैं.  उन्होंने कहा कि रामायण में स्पष्ट उल्लेख है कि व्यक्ति के दिमाग पर यदि किसी बुरी शक्ति का असर हो तो इसे ‘भगवान राम’ का नाम लेकर समाप्त किया जा सकता है. ममता बनर्जी को भी चाहिए कि वह राम नाम लें. उन पर इन शक्तियों का असर कम हो जाएगा.

वहीं, पश्चिम बंगाल से सांसद अर्जुन सिंह के साथ ममता को राम नाम लिखे पोस्ट कार्ड भेजने का अभियान शुरू करने वाले तेजिंदरपाल सिंह बग्गा ने कहा कि देश के विभिन्न इलाकों से भाजपा समर्थक 25 लाख पोस्टकार्ड ‘जय श्री राम’ लिखकर भेजेंगे. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में गुरूवार को ममता बनर्जी ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे कुछ लोगों पर भड़क गई थीं. ऐसा एक बार और चुनाव प्रचार के दौरान भी हुआ था.

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दीदी ने दी थी सफाई

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने रविवार को ही जय श्रीराम विवाद पर सफाई दी थी. ममता ने सोशल साइट फेसबुक पर लंबा पोस्ट लिख कर कहा था कि जय सियाराम, जय राम जी की जैसे धार्मिक नारों का सामाजिक महत्व है. इन नारों के भाव समझती हूं और सम्मान करती हूं. ममता ने भाजपा पर बार-बार ‘जय श्री राम’ का नाम लेकर धर्म को राजनीति से मिला रही है. अगर कोई पार्टी अपनी रैलियों में कोई खास नारा लगाती है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन वह इन राजनीतिक नारों को जबरन थोपे जाने को बर्दास्त नहीं करेंगी. बीजेपी अपनी रणनीति के जरिए बंगाल में नकारात्मकता फैला रही है.

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