इंडिया टुडे के स्टिंग से घमासान, बीजेपी ने कहा- लूटतंत्र और झूठतंत्र के सहारे ममता

इंडिया टुडे के स्टिंग ऑपरेशन को आधार बनाकर भाजपा ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोला है. बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि स्टिंग में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे बिना किसी आधार के लूटतंत्र और झूठतंत्र के तहत ममता ने बीजेपी की रैली और रथयात्रा को रोका.

Advertisement
मीनाक्षी लेखी (तस्वीर - बीजेपी ट्विटर पेज) मीनाक्षी लेखी (तस्वीर - बीजेपी ट्विटर पेज)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 7:51 PM IST

दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी की सांसद मीनाक्षी लेखी ने इंडिया टुडे के स्टिंग ऑपरेशन को आधार बनाकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोला है. शनिवार को उन्होंने प्रेस कांग्रेस कर कहा कि ममता बनर्जी लूटतंत्र और झूठतंत्र के सहारे सरकार चला रही हैं और संविधान का खुलेआम उल्लंघन कर रही हैं. उन्होंने कहा, 'अभी एक मीडिया हाउस (इंडिया टुडे) द्वारा किए गए स्टिंग में देखा गया कि इंटेलिजेंस ऑफिसर ने इस बात से साफ तौर पर इनकार कर दिया कि ऐसी कोई स्थिति मौजूद नहीं थी जिसकी वजह से वहां (पश्चिम बंगाल में) पर किसी भी राजनीतिक गतिविधि को रोका जाए.'

Advertisement

उन्होंने कहा, 'यह पूरी बातचीत ऑन कैमरा कही गई है, जिसे सबने देखा है. ममता ने झूठ बोला और झूठ बोलकर बीजेपी की रैलियों और रथयात्रा को रोकने का काम किया. इसी से स्पष्ट हो जाता है कि ममता भ्रमित करने की राजनीति कर रही हैं. देश को धोखा देने की राजनीति कर ही हैं और सबसे बड़े लोकतंत्र के संघीय ढांचे पर सवाल खड़ा किया है.'

दरअसल, इंडिया टुडे की स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (SIT) ने अपनी पड़ताल के बाद ऐसा दावा किया है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी की रथयात्रा को रोकने का फैसला ‘ज़मीनी सुरागों’ के आधार पर नहीं लिया गया, जिसका दावा ममता बनर्जी सरकार ने किया था. पड़ताल के मुताबिक बीजेपी के सियासी रथ के पहिए पश्चिम बंगाल की ज़मीन पर दिसंबर में ‘रथयात्रा’ के लिए एक इंच भी आगे खिसक पाते, उससे पहले ही उन्हें जाम कर दिया गया. रथयात्रा पर रोक धुंधली और अस्पष्ट इटेंलीजेंस रिपोर्ट के आधार पर लगाई गई. यानी रोक का फैसला उन ‘ज़मीनी सुरागों’ के आधार पर नहीं लिया गया, जिनका दावा ममता बनर्जी सरकार ने किया था.

Advertisement

SIT की जांच से सामने आया कि ज़मीनी स्तर पर कोई खास इंटेलीजेंस इनपुट नहीं थे, जिनके आधार पर रोक के फैसले को वाज़िब ठहराया जा सके. पश्चिम बंगाल के बांकुरा ज़िले में इंटेलीजेंस वॉच के प्रभारी अधिकारी जे पी सिंह ने अंडरकवर रिपोर्टर के सामने माना कि उनकी यूनिट की रिपोर्ट टॉप से आए फरमान के आधार पर तैयार की गई थी. यहां पढ़ें पूरा स्टिंग ऑपरेशन... EXCLUSIVE: पश्चिम बंगाल में बीजेपी की रथयात्रा रोकने का ‘खुफ़िया खेल’!

लेखी ने ममता पर प्रहार करते हुए कहा, 'पूरा देश पश्चिम बंगाल की हालत देख रहा है. कभी दुर्गा पूजा नहीं करने दी जाती तो कभी नबी दिवस के रूप में मनाए जाने वाले दिन सरस्वती पूजा नहीं करने दी जाती. वहीं, राजनीतिक पार्टियों की रथ यात्रा तक को रोक दी जाती है. ये रोक लगाने वाले वहीं लोग हैं जो यह राग अलापते रहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में है. लेकिन समझने की जरूरत है कि लोकतंत्र को किससे खतरा है, दरअसल, लोकतंत्र को दो चीजों से खतरा है, पहला लूटतंत्र और ममता बनर्जी लूटतंत्र में संलिप्त हैं. अगर लूटतंत्र का अंश मात्र पश्चिम बंगाल को मिल जाता तो जिस प्रकार के हालात वहां पर हैं वो वैसे आज न होते.'

Advertisement

उन्होंने कहा, 'अपने लूटतंत्र को जीवित रखने के लिए ममता बनर्जी ने झूठतंत्र का सहारा लिया है. उनका झूठतंत्र साबित होता है जब उनके द्वारा झूठी रिपोर्ट दाखिल की जाती है. जब खुफिया रिपोर्टों के नाम पर कोर्ट के अंदर दुहाई दी जाती है कि रथ यात्रा निकालने की इजाजत न दी जाए. सभी नेताओं को राज्यों में सभा करने का संवैधानिक अधिकार हासिल है, लेकिन ममता बनर्जी ने व्यवस्थाओं को खत्म कर राज्य ऐसी अव्यवस्था बनाई है, जिसमें किसी अन्य राज्य के मुख्यमंत्री नहीं जा सकते. जहां अन्य पार्टी के नेताओं को बोलने का अधिकार नहीं है. इसी प्रकार से उन्होंने लूटतंत्र और झूठतंत्र से शासन चला रही हैं.'

लेखी ने कहा, 'यह भी देखना होगा कि ममता बनर्जी की पार्टी नेता सांसद सीबीआई के सामने पेश हुए, कई के खिलाफ केस बने और कई जेल भी रहकर आए, लेकिन उनमें से किसी के पक्ष में ममता खड़ी नजर नहीं आईं. किसी के लिए धरना नहीं दिया. लेकिन जब सीबीआई ने एक प्रशासनिक विभाग के अधिकारी से सीबीआई ने कागज मांगा और पूछताछ करने की कोशिश की तो वो उनके पक्ष में धरने पर बैठ गईं. साथ ही पुलिस अधिकारी भी धरने पर बैठ गए. ऐसा करके अधिकारी ने सर्विस रूल का उल्लंघन किया है. साथ ही ममता ने संविधान को भी चोट पहुंचाई है. यह सब इसलिए किया क्योंकि वो यह मानने को तैयार नहीं हैं कि पश्चिम बंगाल भारत का ही हिस्सा है.'

Advertisement

नीचे देखें स्टिंग का पूरा वीडियो...

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement