बंगालः अफसर के ऑफिस में घुसे TMC नेता, बोले- यह आपके पिता की प्रॉपर्टी नहीं

टीएमसी नेता सूर्यकांता जो जिला परिषद के सदस्य भी हैं, अपने समर्थकों के साथ बीएलआरओ ऑफिस में तेजी से घुसते हैं और ब्लॉक लैंड रेवेन्यू ऑफिसर बिस्वजीत घोष के ऑफिस में जाकर उन पर दुर्भावना से काम करने का आरोप लगाते हैं और कार्रवाई की धमकी भी देते हैं.

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बंगाल में अधिकारी के साथ तीखी बहस करते टीएमसी नेता (फोटो-वीडियो ग्रैब) बंगाल में अधिकारी के साथ तीखी बहस करते टीएमसी नेता (फोटो-वीडियो ग्रैब)

इंद्रजीत कुंडू

  • कोलकाता,
  • 13 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 11:59 PM IST

  • कार्रवाई नहीं हुई तो जिलाधिकारी तक जाएंगेः टीएमसी नेता
  • यहां निजी काम के लिए नहीं कर रहेः बीएलआरओ अधिकारी
पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले में तृणमूल कांग्रेस का एक नेता एक सरकारी अधिकारी को उसके ही ऑफिस में घुसकर खुलेआम धमकी देते नजर आए और पूरा मामला कैमरे में रिकॉर्ड हो गया. यह घटना नारायणगढ़ बीएलआरओ (ब्लॉक लैंड रेवेन्यू ऑफिसर) ऑफिस की है.

टीएमसी नेता सूर्यकांता अत्ता जो जिला परिषद के सदस्य भी हैं, अपने समर्थकों के साथ बीएलआरओ ऑफिस में तेजी से घुसते हैं. सूर्यकांत ने ब्लॉक लैंड रेवेन्यू ऑफिसर बिस्वजीत घोष के ऑफिस में जाकर उन पर दुर्भावना से काम करने का आरोप लगाया और कार्रवाई की धमकी भी दी.

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वायरल वीडियो में, पीले रंग का कुर्ता पहने सूर्यकांत एक अधिकारी पर अंगुलियां उठाते और चिल्लाते हुए दिख रहे हैं. इस दौरान वह कह रहे हैं 'ऑफिस बंद क्यों है? क्या यह आपके पिता की संपत्ति है? मैं तुम्हें सड़क पर ला दूंगा!'

एक अन्य टीएमसी नेता को डेस्क से एक फोल्डर उठाते हुए और उस अधिकारी पर यह चिल्लाते हुए देखा जा सकता है 'ढंग से व्यवहार करो.'

बीएलआरओ में भ्रष्ट अधिकारीः टीएमसी नेता

टीएमसी नेता सूर्यकांत अत्ता ने इस मसले पर कहा कि बीएलआरओ कार्यालय एक भ्रष्ट अधिकारी द्वारा दुर्भावना में लिप्त होकर चलाया जा रहा है. हमें बीएलआरओ के खिलाफ अनियमितताओं के बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थीं. इसलिए हम इसे बताने यहां पर आए. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वह इस मामले को जिलाधिकारी तक पहुंचाएंगे.

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टीएमसी नेता के व्यवहार पर बीएलआरओ अधिकारी बिस्वजीत घोष ने कहा कि हम सरकारी कर्मचारी हैं. हमें इस तरह की धमकी दी जाती है. हम यहां निजी काम के लिए नहीं हैं, बल्कि जनता की सेवा के लिए हैं. अगर किसी को कोई शिकायत है, तो वे निश्चित रूप से इसे सामने ला सकते हैं.

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इस घटना पर बीजेपी ने टीएमसी नेतृत्व से लोगों का ध्यान हटाने के लिए इसे एक अच्छी तरह से मंचित नाटक करार दिया है. जिले के एक भाजपा नेता अरूप दास ने कहा कि वह क्यों अधिकारियों को धमकी दे रहे हैं? वह केवल भ्रष्टाचार के आरोपों को झंडी दिखाते हुए आवेदन प्रस्तुत कर सकते थे यदि कोई हो. इसके बजाए उन्होंने अपना अपराध छिपाने के लिए सारा ड्रामा किया. यह आंख धोने के अलावा कुछ नहीं है. वह बीएलआरओ कार्यालय में एक रैकेट चलाने वाले लोग हैं.

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