पदभार के लिए सीतारमण को 2 दिन करना पड़ेगा इंतजार, जेटली ने बताई वजह

जापानी प्रधानमंत्री के भारत दौरे से पहले दोनों देशों के बीच यह काफी महत्वपूर्ण सुरक्षा वार्ता है. जेटली ने कहा कि सामान्य रूप से, नये रक्षा मंत्री को जाना चाहिए था लेकिन व्यवस्थागत कारणों से रविवार होने के नाते आज इसमें बदलाव करना संभव नहीं लगता. यह दोनों देशों के बीच बहुत महत्वपूर्ण सुरक्षा बातचीत है।’

Advertisement
अरुण जेटली अरुण जेटली

अंकुर कुमार

  • नई दिल्ली ,
  • 03 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 11:04 PM IST

पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल के बाद रक्षामंत्री बनाई गईं निर्मला सीतारमण वित्तमंत्री अरुण जेटली के जापान से लौटने के बाद पदभार संभालेंगी. सोमवार को अरुण जेटली जापान के साथ एक प्रमुख सुरक्षा बातचीत में शामिल होंगे. जापान दौरे पर रवाना होने से पहले जेटली ने कहा कि कुछ दिक्कतों की वजह से वह सुरक्षा बातचीत में शामिल होंगे.

Advertisement

महत्वपूर्ण है दौरा

जापानी प्रधानमंत्री के भारत दौरे से पहले दोनों देशों के बीच यह काफी महत्वपूर्ण सुरक्षा वार्ता है. जेटली ने कहा कि सामान्य रूप से, नये रक्षा मंत्री को जाना चाहिए था लेकिन व्यवस्थागत कारणों से रविवार होने के नाते आज इसमें बदलाव करना संभव नहीं लगता. यह दोनों देशों के बीच बहुत महत्वपूर्ण सुरक्षा बातचीत है।

दो दिन तक रक्षा मंत्री जेटली

अरुण जेटली ने कहा, ‘मैं दो दिन तक (रक्षा मंत्री के पद पर) बना रहूंगा और भाग लूंगा. निर्मला बातचीत संपन्न होने के तुरंत बाद मंत्रालय का पदभार संभालेंगी।’ जेटली के पास 26 मई से नौ नवंबर 2014 के बीच भी रक्षा मंत्रालय का प्रभार था. वहीं वित्त मंत्री जेटली के पास मनोहर पर्रिकर द्वारा मार्च में गोवा का मुख्यमंत्री बनने के लिए इस्तीफा देने के बाद इस मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार है. वहीं अब निर्मला पहली महिला पूर्णकालिक रक्षा मंत्री होंगी.

Advertisement

यह होगा मकसद

रक्षामंत्री का अतिरिक्त पदभार संभाल रहे जेटली द्विपक्षीय वार्ता के लिए जापान जा रहे हैं. यह दौरा दोनों देशों के सैन्य रिश्तों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है. भारत जापान से सैन्य तकनीक आयात करने में काफी रुचि ले रहा है. भारत का मकसद है कि तकनीक आयात कर भारत में ही स्वदेशी सैन्य निर्माण को बढ़ावा दिया जाए. इसमें जापान उसका महत्वपूर्ण साझेदार बन सकता है. वहीं चीन से सीमा विवाद को लेकर भी दोनों देशों के प्रतिनिधि‍यों की मुलाकात खास मायने रखती है. जेटली पहले कह चुके हैं कि भारत, जापान के साथ अपने सैन्य सहयोग को मजबूत करना चाहता है और हथियारों और उपकरणों के घरेलू उत्पादन के लिए रक्षा प्रौद्योगिकी लेने में उसकी दिलचस्पी है. वित्त मंत्री अरुण जेटली इससे पहले मई में भी जापान दौरा कर चुके हैं. उस दौरान छह दिवसीय यात्रा के तहत जेटली ने जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ-साथ कई प्रमुख निवेशकों से मुलाकात की थी.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement