वैश्विक बदलाव के दौर में पीएम मोदी 'दि ग्रेट डिसरप्टर': अरुण पुरी

अरुण पुरी ने कहा कि इस वक्त दुनिया में 5 तरह से अहम बदलाव देखने को मिले रहे हैं जिसे आप दि ग्रेट डिसरप्शन कह सकते हैं. अरुण पुरी के मुताबिक दुनियाभर में अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ रही है.

Advertisement
इंडिया टुडे समूह के एडिटर इन चीफ अरुण पुरी इंडिया टुडे समूह के एडिटर इन चीफ अरुण पुरी

राहुल मिश्र

  • मुंबई,
  • 17 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 6:14 PM IST

इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2017 की शुरुआत करते हुए इंडिया टुडे समूह के एडिटर इन चीफ अरुण पुरी ने कहा कि इस कॉनक्लेव की शुरुआत एक ऐसे समय में हो रही है जब दुनिया में बड़े-बड़े फेरबदल हो रहे है. ये बदलाव राजनीति, इकोनॉमी, टेक्नोलॉजी समेत सभी क्षेत्रों में हो रहे हैं. इन सभी बदलावों के आधार पर नरेन्द्र मोदी का देश का प्रधानमंत्री चुना जाना उन्हें दि ग्रेट डिसरप्टर की संज्ञा देता है.

Advertisement

अरुण पुरी ने कहा कि इस वक्त दुनिया में 5 तरह से अहम बदलाव देखने को मिले रहे हैं जिसे आप दि ग्रेट डिसरप्शन कह सकते हैं. अरुण पुरी के मुताबिक दुनियाभर में अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ रही है. वामपंथ और दक्षिणपंथ में अंतर बढ़ रहा है. नैशनलिज्म और एंटी नैशनलिज्म इत्यादि. मौजूदा समय में देश पर प्रभाव डालने वाले अहम मुद्दे ब्रेक्जिट, डोनाल्ड ट्रंप चुनाव, नोटबंदी, 5 राज्यों में चुनाव के आए नतीजे हैं. ग्लोबलाइजेशन से देश को फायदा हुआ है. लेकिन इसका नुकसान भी देखने को मिला है. इसका सबसे बड़ा नुकसान यह रहा कि इससे अमीर और ज्यादा अमीर बन चुके हैं.

अब अमेरिका ने फ्री ट्रेड से जॉब पर खतरे के मुद्दे को उठाया है. ट्रंप का अमेरिका फर्स्ट अमेरिका को पसंद आया लेकिन इससे देश की टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री को बड़ा खतरा है. वैश्विक स्तर पर बढ़ते इस खतरे से ग्लोबलाइजेशन को बड़ा खतरा पैदा हो गया है. ऐसे समय में दुनियाभर में रोजगार पैदा करना सबसे बड़ी चुनौती है. वैश्विक बदलाव के इस दौर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी अहम किरदार है. बदलाव के मुताबिक वह पूरी दुनिया में दि चीफ इंसरप्टर के तमगे के हकदार है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement