लोकसभा चुनाव पर नहीं पड़ेगा 3 राज्यों के नतीजों का असर: अमित शाह

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पहली बार पांच राज्यों के चुनावी नतीजों पर चुप्पी तोड़ी है. शाह ने कहा है कि इन नतीजों को 2019 के लोकसभा चुनाव से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए.

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BJP अध्यक्ष अमित शाह (फाइल फोटो) BJP अध्यक्ष अमित शाह (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 12:28 PM IST

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणाम पर बयान दिया है. उनका कहना है कि ये नतीजे बीजेपी के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन इनको 2019 के लोकसभा चुनाव से जोड़ना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव में भी बीजेपी की ही सरकार बनेगी.

एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि विधानसभा चुनावों को लोकसभा चुनाव परिणाम से नहीं जोड़ा जा सकता क्योंकि दोनों चुनाव अलग-अलग मुद्दों पर लड़े जाते हैं. उन्होंने कहा, “यह हमारा काम है कि हम लोगों के लिए काम करें और उन्हें राजी करें लेकिन अगर जनादेश हमारे खिलाफ है तो हम उसे भी स्वीकार करते हैं.”

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उन्होंने कहा, “मैं विश्लेषण के खिलाफ नहीं हूं लेकिन चुनाव विभिन्न मुद्दों पर लड़े जाते हैं, जमीनी स्तर पर मुद्दे अलग-अलग होते हैं.”

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘2014 में भाजपा की छह राज्यों में सरकार थी और अब हमारी सरकार 16 राज्यों में है. तो अब बताइये कि 2019 के चुनाव कौन जीतेगा.” उन्होंने कहा, “हम जनादेश (राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में) स्वीकार करते हैं. हम चुनाव परिणामों पर आत्ममंथन करेंगे.”

'विपक्ष का महागठबंधन सिर्फ एक भ्रांति'

विपक्ष के महागठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि ये सिर्फ एक भ्रांति है, इसका कोई अस्तित्व नहीं है. उन्होंने कहा कि हम 2014 में भी इनके खिलाफ लड़े थे और इस बार भी ऐसा ही करेंगे. उन्होंने कहा कि ये सभी क्षेत्रीय नेता हैं, ये एक-दूसरे की मदद नहीं कर सकते हैं.

'विपक्ष का उम्मीदवार कौन, फर्क नहीं पड़ता'

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उन्होंने दावा किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्वोत्तर, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे राज्यों में बड़ा फायदा होगा. शाह ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि 2019 के चुनावों में नरेंद्र मोदी के खिलाफ किसे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार खड़ा किया जाता है.

उन्होंने कहा, “हम अपनी ताकत के आधार पर आगे बढ़ रहे हैं न कि दूसरों की कमजोरी के आधार पर.” अमित शाह ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि शिवसेना 2019 में उनके साथ मिलकर ही चुनाव लड़ेगी, उनसे बातचीत जारी है.

(पीटीआई इनपुट के साथ)

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