आम चुनाव में अभी एक साल से ज्यादा का वक्त बचा है और सभी राजनीतिक दल देश के सबसे बड़े चुनावी समर की तैयारियों में जुट गए हैं. जबकि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह का दावा है कि अगर आज की तारीख में चुनाव करा लिए जाएं तो उनकी पार्टी 2014 से भी ज्यादा सीट हासिल करेगी.
हिंदुस्तान टाइम्स को दिए साक्षात्कार में शाह ने कहा कि सारे विपक्षी दलों के भाजपा के खिलाफ एकजुट होने को लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. 2019 के चुनाव तक हम नेचुरली आगे बढ़ेंगे. हमारा हर राज्य में संघर्ष होगा. 2014 में हमारी 6 सरकार थी और 2019 तक अगर हम 22 राज्यों में सरकार बना लेते हैं तो हमें 22 राज्यों में संघर्ष करना होगा.
'विपक्ष होना हमारी जिम्मेदारी नहीं'
लोकतंत्र में विपक्षी की आवश्यकता पर उन्होंने कहा, "हां, इसकी जरुरत है, लेकिन यह हमारी जिम्मेदारी नहीं है." युवा पीढ़ी के विपक्ष के रूप में उभरने को लेकर कहा कि यह अपने आप ही उभरते हैं. इसकी प्रक्रिया नेचुरल है. कांग्रेस जब सत्ता में थी तब भाजपा का उभार हुआ. इसी तरह फिर कुछ विपक्षी पार्टी भी उभरेंगी.
पिछले कुछ दिनों में गुजरात ने जातिगत राजनीति और महाराष्ट्र ने जातिगत हिंसा देखी, ऐसे में क्या लगता है कि भाजपा को इससे कुछ नुकसान होगा. इस पर शाह ने कहा कि अगर आप इस समस्या की जड़ में जाएंगे तब आपको लगेगा कि इसे दूर करने के लिए लंबा संघर्ष करना होगा. यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन हमें देश के लिए और लोकतंत्र के लिए इसपर जीत हासिल करनी होगी. उन्होंने कहा कि पार्टी कभी वोट हासिल करने के लिए धर्म का सहारा नहीं लेती, हमने हमेसशा इसका विरोध किया है.
2019 में अपनी जीत को लेकर शाह ने कहा, "निश्चित तौर, हम इस चुनाव के लिए तैयार हैं. 2014 में जब हम सत्ता में आए थे तो हर कोई भविष्य को लेकर आशावान था. युवाओं को नहीं पता था कि देश किस ओर जा रहा है, महिलाएं सुरक्षित नहीं थीं. सीमाएं भी असुरक्षित थी. उस समय नीति लकवाग्रस्त हो गई थी, लेकिन मोदी के आने के बाद परिस्थितियां बदली है. आर्थिक स्तर पर भी तरक्की हुई है. आज हम दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था वाले देशों में शामिल हैं.
2013-14 में यूपीए सरकार में रोजाना 69 किमी की सड़क बन रही थी तो 2016-17 में रोजाना 130 किमी सड़क बन रही है. तब आम आदमी का होम लोन 10-12 फीसदी था जो आज 8-9 फीसदी हो गया है." उन्होंने कई मायनों में देश को आगे बढ़ता हुआ दिखाने की कोशिश की.
'बड़े अंतर से जीतेंगे'
उत्तर प्रदेश या फिर कहीं और अपने पिछले प्रदर्शन को बनाए रखने के सवाल पर शाह ने कहा, "मुझे पूरा भरोसा है कि हम ऐसा कर सकेंगे. बड़े देश में कई तरह की घटनाएं होती रहती हैं, इसलिए कुछ भी कह पाना आसान नहीं है, लेकिन अगर आज चुनाव हो जाए तो हम ब़डे बहुमत के साथ सत्ता में लौटेंगे."
कर्नाटक में चुनाव की तैयारियों के बारे में उन्होंने कहा कि हम वहां अकेले ही चुनाव लड़ेंगे. वहां की हर सीट पर भाजपा लड़ेगी. उन्होंने कहा, "कोई भी चुनाव आसान नहीं होता. मैं सोचता हूं कि हम येदुयरप्पा की अगुवाई में बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे."
दिल्ली में उपचुनाव की तैयारी को लेकर शाह ने कहा, देखिए, जो कुछ भी हुआ उसके लिए हम तैयार नहीं थे. लेकिन चुनाव की बात की जाए तो संगठनात्मक रूप में हम हमेशा तैयार रहते हैं. दिल्ली में पिछला चुनाव नगरपालिका का था जिसमें हमें बड़ी कामयाबी मिली थी.
आम आदमी पार्टी को भारतीय राजनीति के परिप्रेक्ष्य में तीसरी शक्ति के रूप में उभरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सिवाय मीडिया के ऐसा कोई नहीं सोच रहा.
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