अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को आई सांस लेने में दिक्कत तो ITBP ने की मदद

अमरनाथ यात्रा के रास्ते में बालटाल क्षेत्र में चढ़ाई कर रहे करीब 15 श्रद्धालुओं को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इन सभी को वहां सुरक्षा में तैनात इंडो-तिबेतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवानों ने लोगों की मदद की और उन्हें ऑक्सीजन देकर मदद की.

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श्रद्धालुओं की मदद करते ITBP के जवान (फोटो: ANI) श्रद्धालुओं की मदद करते ITBP के जवान (फोटो: ANI)

जितेंद्र बहादुर सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 03 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 11:50 AM IST

पवित्र अमरनाथ यात्रा का आज तीसरा दिन है. हज़ारों श्रद्धालु बीते दो दिनों में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं. बुधवार को भी हज़ारों श्रद्धालु इसका फायदा उठाएंगे. अमरनाथ यात्रा की चढ़ाई काफी मुश्किल है, ऐसे में लोगों को काफी मुश्किलें आ रही हैं. ऐसी ही कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जहां यात्रियों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है और ITBP के जवान ऑक्सीजन मास्क लगाकर उनकी मदद कर रहे हैं.

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अमरनाथ यात्रा के रास्ते में बालटाल क्षेत्र में चढ़ाई कर रहे करीब 15 श्रद्धालुओं को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इन सभी को वहां सुरक्षा में तैनात इंडो-तिबेतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवानों ने लोगों की मदद की और उन्हें ऑक्सीजन देकर मदद की.

लगातार यात्रा के दौरान आ रही मुश्किलों के बावजूद बाबा बर्फानी के दीवाने रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं और लगातार चढ़ाई करते जा रहे हैं.

3 जुलाई को जो श्रद्धालु जा रहे हैं...

जम्मू बालटाल से जाने वाले श्रद्धालु

पुरुष- 1635

महिला- 379

बच्चे-15

साधु -20

साध्वी - 03

कुल श्रद्धालु - 2052

पहलगाम रास्ते की तरफ से

पुरुष- 2174

महिला- 412

बच्चे- 09

साधु -44

साध्वी-03

कुल यात्री-2642

आपको बता दें कि मंगलवार तक 11,456 तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के 'दर्शन' पूरे किए थे. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में शाम के समय बालटाल-पवित्र गुफा, पहलगाम-पवित्र गुफा के आसपास हल्की बारिश/बौछारें पड़ने संभावना जताई है, हालांकि ऐसा होना के आसार कम हैं.

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इस साल की अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई और 45 दिनों बाद 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ संपन्न होगी. पवित्र गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.

गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा सबसे मुश्किल यात्राओं में से एक है, जो ना सिर्फ चढ़ाई बल्कि सुरक्षा के मसले को लेकर भी काफी अहम है. कई बार ये यात्रा आतंकियों के हमले का शिकार हुई है, इसी वजह से इस बार सुरक्षा काफी बढ़ाई गई है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरफ से पुलिस, फोर्स समेत हजारों सुरक्षाबल तैनात हैं.

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