एअर इंडिया की तकरीबन दो दर्जन उड़ानें शनिवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा समेत अन्य जगहों पर देरी रे संचालित हुईं. चेक इन सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी आने की वजह से विमानों का परिचालन बाधित हुआ था.
एअर इंडिया ने ट्वीट करके भी बताया कि असंभावित संपर्क कारणों की वजह से कुछ समय के लिए उड़ान में देरी हुई थी. विमानों का परिचालन अब शुरू हो चुका है.
एयरलाइन के प्रवक्ता ने बताया कि कम से कम 23 उड़ानों का प्रस्थान समय प्रभावित हुआ और सॉफ्टवेयर में खराबी की वजह से 15 से 30 मिनट के बीच देरी हुई.
प्रवक्ता ने कहा, सॉफ्टवेयर से संबंधित गड़बड़ी की वजह से परिचालन अपराह्न एक बजे से ढाई बजे तक प्रभावित हुआ. इस दौरान चेक इन और अन्य सेवाएं मैनुअली प्रदान की गईं.
एअर इंडिया का सॉफ्टवेयर समाधान एसआईटीए प्रदान करती है. यह एक वैश्विक एयरलाइन आईटी सेवा प्रदाता कंपनी है. यह चेक इन, बोर्डिंग और सामान ट्रैकिंग प्रौद्योगिकी मुहैया कराती है.
दरअसल, कुछ समय पहले ही लगातार घाटे में चल रहे एअर इंडिया ने लंबी दूरी के यात्रियों को लुभाने और राजस्व बढ़ाने के वास्ते अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए उड़ान भरने वाले अपने बोइंग विमानों के बेड़े में प्रथम और बिजनेस क्लास को और उन्नत बनाया है.
एअर इंडिया में चालक दल के सदस्यों की नई वर्दी के साथ ही सेवाओं में सुधार की कोशिश की जा रही है. सरकार की ओर से भी घाटे में चल रही सरकारी विमान वाहक सेवा के लिए विनिवेश की योजना अभी रोक दी है.
उन्नत प्रीमियम क्लास को 'महाराजाडायरेक्ट' नाम दिया गया है और एयरलाइन को इन प्रीमियम क्लास से अपना राजस्व प्रतिदिन 6.5 करोड़ रुपये तक बढ़ने की उम्मीद है. अभी मौजूदा राजस्व प्रति दिन चार करोड़ रुपये है.
विकास जोशी