यूपी के बागपत जिला प्रशासन का एक प्रचार अभियान खुले में शौच को रोकने के लिए ताबिलानी फरमान जैसा लग रहा है. शहर भर में लगाए गए होर्डिंग के संदेशों से यह संकेत मिल रहा है कि खुले में शौच करने वालों को 'मौत की सजा' मिल सकती है. इस होर्डिंग से लोगों में काफी नाराजगी है.
पश्चिमी यूपी के इस शहर के लोग जब मंगलवार सुबह घर से बाहर निकले तो सड़कों पर नए लगे ऐसे तमाम होर्डिंग देखकर हैरान रह गए. ऐसे ही एक होर्डिंग में कहा गया है, 'अगर खुले में करोगे शौच, जल्द दी जाएगी मौत'.
बागपत नगरपालिका परिषद ने 10 प्रमुख जगहों पर ऐसे होर्डिंग लगवाए हैं. इस पर मीडिया का तो ध्यान आकर्षित हुआ ही, लोगों में भी दहशत कायम हो गया.
शहर के एक प्रबुद्ध नागरिक नजरूद्दीन ने कहा, 'यह तो वैसे ही है जैसे तालिबानी मौत की धमकी देते हैं. प्रशासन इतना गैर जिम्मेदार कैसे हो सकता है? अगर वे किसी सरकारी योजना को सही से लागू नहीं कर पा रहे तो लोगों को इस तरह से धमकाना उचित है?'
ये होर्डिंग्स केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के तहत लगाए गए हैं. इस बारे में संपर्क करने पर जिला प्रशासन ने इसे एक गलती माना है. बागपत के एसपी जयप्रकाश ने कहा, 'हमने प्रशासनिक अधिकारियों से बात की है. वे इसे देख रहे हैं और होर्डिंग्स को हटाने का काम जारी है. यदि कोई लिखित शिकायत मिलेगी तो हम कार्रवाई करेंगे.'
गौरतलब है कि 2 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन देश भर में व्यापक तौर पर राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया गया था. इस अभियान के अंतर्गत 2 अक्टूबर 2019 तक स्वच्छ भारत की परिकल्पना को साकार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके तहत हर जगह सफाई पर जोर और खुले में शौच से मुक्ति की बात की जाती है.
दिनेश अग्रहरि