बलात्कार के दोषियों को मौत की सजा देने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी की नेता स्वाति मालीवाल राजघाट पर अनशन कर रही हैं. उनके इस मुहिम को पार्टी का पूरा समर्थन प्राप्त है. अनशन स्थल पर मालीवाल को समर्थन देने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित तमाम जाने माने लोग पहुंचे, लेकिन वहीं AAP के नेता आशुतोष ने अलग रुख अख्तियार किया है.
AAP नेता आशुतोष ने बलात्कारियों की मौत की सज़ा का विरोध किया है. उन्होंने 'आज तक' से कहा, किसी भी सभ्य समाज में जान लेने का अधिकार नहीं होना चाहिए. हिंदुस्तान में कानून को लेकर दिक्कत नहीं है, बल्कि उसे ठीक ढंग से लागू नहीं किया जाता है.
आशुतोष ने कहा, फास्ट ट्रैक कोर्ट होना एक अच्छी शुरुआत है. क्योंकि इस देश में कानून का पालन नहीं होता और 20 साल तक मुकदमे लटके रहते हैं जिससे अपराधी बच जाते हैं. उन्होंने कहा कि देश में ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्हें महिलाओं के जींस पहनने पर आपत्ति होती है या ऐसे लोग जिन्हें स्कर्ट पहनने वाली लड़कियों से आपत्ति होती है, जो महिलाओं को बलात्कार के लिए ज़िम्मेदार ठहराती है. इस तरह की विचारधारा देश में तेज़ी से पनप रही है, जिसका विरोध नहीं हुआ तो बलात्कार या अत्याचार कम नहीं होगा.
आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा, कठुआ के मामले में पुलिस वाला खुद बलात्कार में शामिल है. बलात्कारियों को मौत की सजा देने के मुद्दे पर AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल की राय से अलग होने पर आशुतोष ने कहा कि पार्टी की विचारधारा अलग अलग नहीं है. केजरीवाल की चिंता है कि मासूम बच्चियों से बलात्कार नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा, डर कैसे पैदा होगा? कानून बनाने से क्या डर पैदा होगा? डर तब पैदा होगा जब अगले आदमी को यह लगेगा कि गलत काम करने पर वह सलाखों के पीछे जा सकता है, लेकिन इस देश में कानून का पालन नहीं हो रहा है.
पुलिस की निष्क्रियता पर आशुतोष कहते हैं कि बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर उन्नाव के मामले में देर रात विधायक एसएसपी के घर जाकर कहता है गिरफ्तार करो क्योंकि उसे पता है कि पुलिस गिरफ्तार नहीं करेगी. जब ऐसी व्यवस्था देश में है जहां बलात्कार करने वाले खुलेआम घूम रहे हैं तो फांसी की सजा का कानून बनाइए या सरेआम गोली मारने का प्लान बनाइए, इस पर कोई अमल नहीं होगा.
पंकज जैन / वरुण शैलेश