राजपथ पर होने वाला इस बार का 26 जनवरी का परेड खास होना वाला है. इस बार के परेड में मोदी सरकार की उप्लब्धियों पर खासा जोर होगा. परेड में मोदी सरकार की जनधन योजना, मुद्रा योजना और उज्ज्वला जैसी योजनाएं झांकी में शामिल होंगी. वहीं राजपथ पर पहली बार देसी और विदेशी के-9 वज्र और एम-777 तोप नजर आएंगी. बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा इस बार गणतंत्र दिवस के खास मेहमान हैं.
टी-90 टैंक, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल ब्राह्मोस, आकाश मिसाइल सिस्टम, स्मर्च मिसाइल सिस्टम भारत की सैन्य ताकत की बानगी पेश करेंगे. मार्चिंग दस्तों में मद्रास, राजपूत, गोरखा समेत कई पल्टनों के दस्ते होंगे. नौसेना दस्तों के साथ झांकी भी नजर आएगी जिसमें मेक इन इंडिया की ताकत दिखाने की कोशिश होगी.
भारतीय नौसेना झांकी में स्वदेशी विमानवाहक पोत और परमाणु पनडुब्बी अरिहंत का मॉडल पेश करेगी. वायुसेना के दस्ते के साथ झांकी में आपदा राहत में वायुसेना का विभिन्न मिशनों को दिखाया जाएगा. परेड में डीआरडीओ सर्विलांस रडार और शॉर्ट रेंज मिसाइल की ताकत बताएगा.
कुल 32 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश और 23 मंत्रालयों ने राजपथ पर झांकी के लिए आवेदन किया है. इनमें से 20 झांकियों का चयन किया जाएगा. केंद्र सरकार के 5 मंत्रालयों की झांकियों में मोदी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों को दर्शाया जाएगा.
अर्द्धसैनिक बलों के दस्तों में बीएसएफ का ऊंट बैंड भी नजर आएगा. उम्रदराज पूर्व सैनिक इस बार राजपथ पर कदमताल करने की बजाए एक झांकी वाहन पर सवार नजर आएंगे. इस बार 12 राज्यों की झांकियां परेड का हिस्सा होंगी.
मंजीत नेगी