मध्यप्रदेशः सलकनपुर मंदिर में भगदड़, 3 मरे

सीहोर जिले के प्रसिद्ध देवीधाम सलकनपुर में शनिवार को सुबह सीढियों पर अचानक भगदड मच जाने से एक बालिका सहित तीन महिलाओं की दबकर मृत्यु हो गयी तथा 35 अन्य दर्शनार्थी घायल हो गये.

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आजतक ब्यूरो

  • नई दिल्ली,
  • 20 अक्टूबर 2012,
  • अपडेटेड 3:13 PM IST

सीहोर जिले के प्रसिद्ध देवीधाम सलकनपुर में शनिवार को सुबह सीढियों पर अचानक भगदड मच जाने से एक बालिका सहित तीन महिलाओं की दबकर मृत्यु हो गयी तथा 35 अन्य दर्शनार्थी घायल हो गये.

मृतकों की पहचान भूरिया बाई 35, रानी 15 तथा यशोदा 30 के रुप में हुई है. पुलिस हालांकि भगदड की स्थिति से इंकार कर रही है लेकिन वह मानती है कि महिलाओं की कुचलकर मृत्यु हुई है. घायलों में छह को भोपाल के हमीदिया अस्पताल, 10 को होशंगाबद के जिला अस्पताल एवं लगभग 20 को रेहटी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किया गया है.

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के प्रति गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 25 25 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है.

सीहोर जिला मुख्यालय से लगभग 120 किलोमीटर दूर विध्यांचल पहाडी पर स्थित विजयासन माता मंदिर में नवरात्र के अवसर पर भारी भीड़ जमा थी तथा रात से ही लोग वहां इकट्ठा थे. शनिवार तडके लगभग साढे चार बजे सीढियों पर अचानक कुछ महिलाओं के गिर जाने के कारण भगदड की स्थिति बन गयी तथा इस भगदड में कुचल जाने से एक बालिका सहित तीन महिलाओं की मृत्यु हो गयी.

सलकनपुर में विजयासन देवी का मंदिर विध्यांचल की पहाडियों पर स्थित है. सलकनपुर गांव से इस मंदिर तक जाने के लिये सीधी चढाई है और पूर्व में लगभग एक हजार सीढियों के माध्यम से यहां जाया जा सकता था लेकिन प्रशासन ने यहां सडक मार्ग का निर्माण कराया और मंदिर तक जाने के लिये रोप वे भी शुरु करवा दिया था.

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श्रद्धालुओं ने बताया कि नवरात्रि शुरु होने के एक दिन पूर्व तक रोप वे चालू था लेकिन नवरात्रि के एक दिन पहले ही अनुविभागीय दंडाधिकारी जे.पी.सचान ने इस रोप वे को असुरक्षित बताते हुए बंद करने के आदेश दे दिये थे जिसके चलते दर्शनार्थियों का पूरा दवाब सडक और सीढी मार्ग पर हो गया था जबकि सडक मार्ग भी अत्याधिक वाहनों के चलते पूरी तरह जाम पडा था.

देश की 32 शक्ति पीठों में एक माने जाने वाले इस मंदिर में साल भर भीड़ रहती है लेकिन नवरात्रि के दौरान यह संख्या लाखों में पहुंच जाती है.

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