राजस्थान में REET पेपर आउट का मामला अब ED में पहुंच गया है. इसमें शामिल गिरोह के मनी लॉन्ड्रिंग के सुबूत लेकर बीजेपी सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा गुरुवार रात जयपुर में ईडी दफ़्तर जा पहुंचे. उनके साथ रीट परीक्षा का प्रश्न पत्र लेकर जा रहे और हादसे में मारे गए ट्रक ड्राइवर रामनिवास गोदारा की विधवा भी थी, जो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलना चाह रही थी. मगर पुलिस के रोके जाने पर विधवा मनीषा जाट ईडी दफ़्तर के बाहर ही किरोड़ी लाल मीणा के साथ धरने पर बैठ गई.
मृतक ड्राइवर की पत्नी मनीषा जाट ने कहा, मेरे पति के साथ साज़िश हुई है और पेपर आउट करने वाले गिरोह ने उन्हें मार डाला है. पेपर लेकर आ रहा ट्रक जयपुर के पास जमवारामगढ़ में पलटा था, लेकिन ढाई घंटे तक स्थानीय पुलिस नहीं पहुंची थी और मुकदमा तक दर्ज नहीं हुआ. विधवा ने कहा कि उसने खुद REET Level 2 की परीक्षा पति की मौत के दो दिन बाद दी थी और उसके 64 नंबर आए थे.
गुज़ारे के लिए कोई उपाय नहीं
झूंझनू जिले की रहने वाली पीड़िता का कहना है कि उसका 7 साल का बेटा है और गुज़ारे के लिए उसके पास कोई उपाय नहीं है. ठेकेदार उसके पति रामनिवास को ले गया था, उसने भी आज तक कोई सहायता नहीं दी और कह दिया था कि ट्रक के आगे सांड आ गया था, जिसकी वजह से ट्रक पलट गया. आज तक कोई पुलिसवाला तक पूछने नहीं आया, इसलिए मुख्यमंत्री गहलोत से मिलने जयपुर आई थी. पुलिसवाले मिलने नहीं दे रहे हैं, इसलिए बेटे को दादी के पास छोड़कर रात को यहां पर बैठ गए हैं.
पेन ड्राइव सौंपी
उधर, बीजेपी सांसद मीणा ने ईडी को ज्ञापन दिया और सुबूत के तौर पर एक पेन ड्राइव सौंपी. मीणा की तरफ़ से कहा गया है कि पिछले साल सितंबर माह की 26 तारीख को REET Exam 2021 आयोजित किया गया था. जानकारी के अनुसार, उस परीक्षा के पेपर की प्रिंटिंग का कार्य सरस्वती प्रिन्टिंग प्रेस कोलकाता ने किया था. आरोप है कि मंत्री सुभाष गर्ग, पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटसरा और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी देवाराम सैनी के दबाव में यह काम उपरोक्त प्रिंटिंग प्रेस को दिया गया था. इसकी जानकारी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारौली और प्रदीप पाराशर को भी थी.
सुभाष गर्ग पर गंभीर आरोप
सरस्वती प्रिंटिंग प्रेस से कई प्रभावशाली मंत्रियों, अफसरों ने पेपर परीक्षा से पहले प्राप्त कर दर्जनों परीक्षा केंद्रों को देकर करोड़ों रुपए बटोरे. बीजेपी सांसद का आरोप है कि मंत्री सुभाष गर्ग माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रहते हुए पूर्व में भी घोटालों में लिप्त रहे हैं. उन्होंने बताया कि साल 2011 और 2013 में जो टैट भर्ती परीक्षा में घोटाला हुआ था, वह सुभाष गर्ग के कार्यकाल में ही हुआ था.
मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज करने की मांग
मीणा ने ईडी से मांग की है कि REET परीक्षा 2021 घोटाले में जिन लोगों ने करोड़ों रुपए हासिल किए हैं, उनके खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 (Prevention of Money Laundering Act 2002) के तहत केस दर्ज कर सख्त कार्यवाही करें.
शरत कुमार