योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि देश में टेक्सटाइल और परिधान के क्षेत्र में विदेशी कंपनियों के वर्चस्व को तोड़ेगी. पतंजलि लेडीज व जेंट्स अंडरवियर से लेकर स्पोर्ट्सवेयर और योगवेयर के साथ एथेनिक से लेकर फैशन तक सभी प्रकार के परिधान तैयार कर बेचना शुरू करेगी. रामदेव ने कहा कि इस साल के अंत तक या अगले साल तक इनका उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि गाय के दूध और घी में पतंजलि पहले ही देश में नम्बर वन है और आने वाले दिनों में टेक्सटाइल व परिधान के क्षेत्र में भी विदेशी कंपनियों के वर्चस्व को खत्म किया जाएगा.
अलवर में फलाहारी बाबा की गिरफ्तारी पर योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि कोई भी साधु वस्त्र से संत नहीं होता. चरित्र से संत होता है और साधु को चरित्र से पवित्र होना ही चाहिए. उन्होंने यह बात बाबाओं के ऊपर बलात्कार जैसे अपराधिक मुकदमे दर्ज होने के सवाल के जवाब में कही. रामदेव ने कहा कि देश में 5 लाख से ज्यादा साधु संत हैं, जिसमे ज्यादातर पवित्र हैं और कुछ अपवाद स्वरूप हो सकते हैं. उन अपवाद स्वरूप साधुओं के कारण पूरे समाज को टारगेट नहीं करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जो साधु ढोंगी आडंबर और धर्म के नाम पर बहकाते हैं, उन्हें कभी प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए. साधु में ढोंग आडंबर और धर्म के नाम पर चमत्कार करने के गुण नहीं होते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि चमत्कारों के चक्कर में पड़कर लोग ही बाबाओं को खराब करते हैं. उन्हें बाबाओं से उम्मीद होती है कि बाबा चमत्कार करेगा और हमारा उद्धार करेगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पतंजलि शीघ्र ही टेक्सटाइल मार्केट में उतरेगी. टेक्सटाइल से संबंधित सभी तरह के कपड़े पतंजलि द्वारा तैयार किए जाएंगे.
बुधवार को योगगुरु पतंजलि द्वारा लगाई गई तेल मिल के उद्घाटन समारोह में अलवर आए थे. उन्होंने कहा कि भारत में खाद्य तेलों का 2 लाख करोड़ रुपये का बाजार है और ज्यादातर तेल खाद्य पदार्थों में विदेशी मार्केट का कब्जा है. अडानी जैसे ग्रुप आधे विदेशी हैं. उन्हें इस बात पर अचरज होता है कि अडानी जैसे ग्रुप में भी विदेशी हैं. विदेशी मार्केट से हाथ मिला रखा है. उन्होंने कहा कि 70 फीसदी मार्केट विदेशी कंपनियों के हाथों में है. रामदेव ने कहा कि उनका एक ही मकसद भारत से विदेशी कब्जे को खत्म करना और स्वदेशी परचम को लहराना है.
उन्होंने कहा कि पतंजलि अपने सभी प्रोडक्ट का विस्तार भारत में कर स्वदेशी के अलग जगह बना रहा है. रामदेव ने कहा कि अलवर में कच्ची घानी का तेल तैयार किया जाएगा. इसके अलावा पशु आहार भी तैयार किया जाएगा. पशु आहार में 4 फीसदी यूरिया की मिलावट पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यूरिया ज्यादा डालने से पशुधन पर संकट पैदा होता है और पशुओं के लिए हानिकारक होता है. हालांकि यह हो सकता है कि यूरिया का सेवन करने से दुधारू पशुओं का दूध फट जाए, लेकिन हर तरह से यूरिया पशु को बर्बाद करता है. उन्होंने कहा कि पतंजलि द्वारा यूरिया रहित पशु आहार तैयार किया जाएगा.
शरत कुमार