राजस्थान: आज 12 जिलों के जिला परिषद चुनाव के परिणाम होंगे घोषित, 21 जिलों में नहीं मिली कांग्रेस को जीत

राजस्थान में आज 12 ज़िलों के पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव के परिणाम आएंगे. कांग्रेस और BJP के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मंत्री सचिन पायलट भी इन चुनाव परिणामों पर नजर जमाए हुए हैं.

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मुख्यमंत्री अशोक सिंह गहलोत (फाइल फोटो) मुख्यमंत्री अशोक सिंह गहलोत (फाइल फोटो)

शरत कुमार

  • जयपुर,
  • 13 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 2:04 PM IST
  • वसुंधरा राजे के घर धौलपुर में भी आज चुनाव परिणाम आएंगे
  • 12 जिलों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला जोधपुर भी शामिल
  • 21 जिलों में चुनाव परिणाम पहले ही घोषित

राजस्थान में आज 12 ज़िलों के पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव के परिणाम आएंगे. कांग्रेस और BJP के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी इन चुनाव परिणामों पर नजर जमाए हुए हैं. इन 12 जिलों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला जोधपुर भी है.

इसके अलावा सिरोही को छोड़ दें तो बाकी सभी जिले सचिन पायलट के गढ़ माने जाते हैं. माना जा रहा है सचिन पायलट की उपेक्षा का असर इन चुनावों पर पड़ सकता है. पहले ही 21 जिलों में चुनाव परिणाम कांग्रेस के लिए पक्ष में नहीं आए हैं और ऐसे में अगर इन 12 ज़िलों में कांग्रेस के लिए अच्छी ख़बर नहीं मिलती है तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है.

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इन चुनावों में 79.90 प्रतिशत वोटिंग हुई थी पचास निकायों के लिए 7249 उम्मीदवार मैदान में थे. दौसा ,सवाईमाधोपुर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, बारां जैसे गुर्जर बहुल इलाके हैं, जहां पर सचिन पायलट का खासा प्रभाव माना जाता है. इन इलाकों में विधानसभा चुनाव में सचिन पायलट ने कांग्रेस के लिए सबसे ज़्यादा विधायकों को जीत दिलाई थी.

BJP इन इलाकों में कभी भी बहुत ज्यादा सफल नहीं हुई है. मगर इस बार  सचिन पायलट और अशोक गहलोत  की लड़ाई की वजह से उसे लगता है कि इन जिलों में से कम से कम 10 जिलों में सफलता हासिल हो सकती है. इसलिए BJP लगातार इन जिलों में अपने उम्मीदवारों के साथ मीटिंग कर रही है. पायलट गहलोत की लड़ाई में BJP जीत जाती है तो प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का कद बढ़ जाएगा.

वसुंधरा राजे के घर धौलपुर में भी आज चुनाव परिणाम आएंगे. यहां पर वसुंधरा समर्थक निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में निर्दलीय जीतते हैं तो एक बात साफ हो जाएगी कि धौलपुर में वसुंधरा राजे BJP से अलग अपना उम्मीदवार जिता सकती है.

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