पर्यटकों से खचाखच भरे रहने वाले राजस्थान के रणथंभौर से एक बार फिर डराने वाली खबर आई है. वहां के जंगल में लकड़ी काटने गई एक महिला पर बाघ ने हमला किया और उसको खा गया. जब वन विभाग की टीम ने रणथंभौर के जंगल में महिला की खोजबीन की, तो उसके शरीर के कुछ हिस्से बरामद हुए. महिला के शरीर के आधे से ज्यादा हिस्से को बाघ खींचकर जंगल के अंदर ले गया था.
बताया जा रहा है कि सवाई माधोपुर के ब्रह्मपुरी की रहने वाली 62 वर्षीय नरौती और संपत देवी गुरुवार को दोपहर 11:00 बजे जंगल में लकड़ी बीनने गई थीं. लकड़ी बीनते बीनते नरौती आगे निकल गई. जब संपत को नरोती दिखाई नहीं दी, तो उसने उसकी खोजबीन शुरू की. हालांकि, नरौती नहीं मिली, जिसके बाद वह वन विभाग की चौकी पर गई और इसकी जानकारी दी. इसके बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने महिला की तलाश शुरू की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. काफी खोजने के बाद जहां से नरौती गायब हुई थी, वहां आसपास टी-57 और टी-98 के पगमार्क दिखे.
सवाई माधोपुर बाघ परियोजना के सहायक वन संरक्षक संजू शर्मा ने कहा कि रणथंभौर बाघ अभ्यारण के राज बाग इलाके में बाघ के हमले से एक महिला की मौत हुई है. जंगल में लकड़ी बीनना मना है. चौकी पर गार्ड रहता है, लेकिन लोग जंगल में घुसने का रास्ता बना लेते हैं. बाघ की अभी पूरी तरह से पहचान नहीं हो पाई है. बाघ की ट्रैकिंग की जा रही है. जिस तरह से यह घटना हुई, उसको लेकर वन विभाग के अधिकारी काफी चिंतित है, क्योंकि जब बाघ एक बार इंसान को अपना शिकार बना लेता है, तो उसके इंसानों पर फिर से हमला करने की गुंजाइश बढ़ जाती है. इस घटना के बाद से इलाके में पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर निगरानी बढ़ा दी गई है.
आपको बता दें कि रणथंभौर में सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं और आसपास घूमते हैं. ऐसे में पर्यटकों की सुरक्षा वन विभाग के लिए चिंता पैदा कर दी है. पिछले 13 वर्षों में इंसान पर बाघ के हमले के 10 मामले सामने आए हैं, जिसमें से चार के लिए टाइगर उस्ताद को जिम्मेदार ठहराया गया था. बाद में उसे उदयपुर के सुंदरगढ़ में शिफ्ट कर दिया गया था. रणथंभौर में इस तरह की घटना करीब एक साल बाद हुई है. इससे पहले 12 जनवरी को मुकेश गुर्जर को बाघ ने मार डाला था.
शरत कुमार