राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी राजनीतिक लड़ाई खत्म होती नजर नहीं आ रही है. सीएम अशोक गहलोत गुट के निर्दलीय विधायकों के निशाने पर भी सचिन पायलट आ गए हैं. गंगानगर सीट से निर्दलीय विधायक राकेश मीणा ने सचिन पायलट पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाया है. बुधवार को निर्दलीय विधायकों की बैठक है.
उन्होंने सचिन पायलट को जातिगत रानजीति करने वाला राजनेता बताया है, साथ ही यह भी कहा है कि उन्हें कांग्रेस आलाकमान से अब तवज्जो नहीं मिल रही है. दरअसल जयपुर में अशोक गहलोत समर्थक निर्दलीय विधायकों की बैठक है. बैठक से पहले अशोक गहलोत के कट्टर समर्थक माने जाने वाले निर्दलीय विधायक ने सचिन पायलट पर निशाना साधा.
अशोक गहलोत की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए विधायक ने कहा कि मैं हमेशा गहलोत के साथ हूं और रहूंगा. ज्यादातर निर्दलीय विधायक कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं. हमारे टिकट जानबूझकर काटे गए थे. मेरा टिकट काटकर सिंगापुर से लौटे व्यक्ति को टिकट दे दिया. मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है, जिस तरह की परिस्थितियां बनाई जा रही हैं, उससे मैं सहमत नहीं हूं.
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मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए नहीं बना रहे दबाव
निर्दलीय विधायक राकेश मीणा ने कहा कि सियासी संकट में हम लोग सरकार के साथ रहें. हम लोगों का मान-सम्मान रहना चाहिए. मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी के लिए हम दबाव नहीं बना रहे हैं. राकेश मीणा ने सीधे सचिन पायलट का नाम लेकर हमला बोला और कहा कि आलाकमान ऐसे नेताओं को बढ़ावा देगा तो पार्टी का नुकसान होगा.
उन्होंने कहा, 'सचिन पायलट जातिगत राजनीति करते हैं. आलाकमान से मांग है कि ऐसे लोगों को स्टार बताया जा रहा है. ऐसे लोगों को बढ़ावा देंगे तो कांग्रेस को नुकसान होगा. वो आज मुख्यमंत्री बनने की बात करते हैं. सबसे ज्यादा नुकसान तो पायलट ने किया. वो नहीं होते तो चुनाव में 30 सीटें बढ़ जातीं.'
कांग्रेस में कलह के बीच बीजेपी की बैठक
मुख्यमंत्री के पद को लेकर झगड़े के बीच जयपुर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यसमिति की बैठक हुई. बैठक में अहम राजनीतिक प्रस्ताव पारित किए हैं. बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और उपेनता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कोविड संकट से निपटने पर मोदी सरकार की तारीफ भी की.
कटारिया ने कहा कि सीएम गहलोत ने अपने कार्यकाल के दौरान सिर्फ मोदी सरकार को कोसा है. वैक्सीनेशन को लेकर भी उन्होंने राज्य सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि 1 करोड़ 5 लाख वैक्सीन की डोज केंद्र ने दी थी लेकिन 55 से 56 लाख के बीच ही लोगों का टीकाकरण किया गया है.
कौन होगा बीजेपी का मुख्यमंत्री चेहरा?
बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहने की कोई परंपरा नहीं रहती है. पार्टी का संसदीय बोर्ड ही मुख्यमंत्री का चेहरा तय करता है. बीजेपी में अभी कोई मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं है.
शरत कुमार